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तीसरी आंख खराब, खुली पोल

संवाद सहयोगी कोटद्वार पार्षद ने नगर निगम में गंदगी उड़ेली। नगर निगम प्रशासन ने कोतवाली में त

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 03:02 AM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 03:02 AM (IST)
तीसरी आंख खराब, खुली पोल

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: पार्षद ने नगर निगम में गंदगी उड़ेली। नगर निगम प्रशासन ने कोतवाली में तहरीर भी दे दी, लेकिन जब पुलिस मामले की जांच को नगर निगम कार्यालय में पहुंची तो निगम कार्यालय की घोर लापरवाही जगजाहिर हो गई। नगर निगम प्रशासन ने कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे तो लगा दिए, लेकिन यह कैमरे काम कर रहे हैं अथवा नहीं, इसकी जांच करने की जहमत नहीं उठाई। नतीजा, मामले की जांच में पहुंचे पुलिस उपनिरीक्षक को बैरंग लौटना पड़ा।

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नगर निगम कार्यालय के भीतर व बाहर होने वाली तमाम गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। नगर पालिका का अस्तित्व समाप्त हुआ और नगर निगम ने कार्य शुरू कर दिया। नगर निगम का कार्य शुरू हुए डेढ़ वर्ष होने को है, लेकिन निगम प्रशासन ने आज तक परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की ओर देखने की जहमत नहीं उठाई।

सोमवार को वार्ड संख्या सात से सफाई न होने से आक्रोशित पार्षद सुभाष पांडे ने निगम कार्यालय में पहुंचा और लेखा अनुभाग में बैठे सहायक आयुक्त राजेश नैथानी के सामने गंदगी से भरी बाल्टी उड़ेल दी। निगम प्रशासन ने मामले को गंभीर मानते हुए कोतवाली में तहरीर दी, जिसके बाद मंगलवार को बाजार चौकी प्रभारी सतेंद्र भंडारी मामले की जांच को निगम कार्यालय में पहुंचे। कार्यालय में जब उन्होंने सीसीटीवी फुटेज देखने चाहे, तो पता चला कि सीसीटीवी कैमरे काम ही नहीं कर रहे थे। ऐसे में निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने तय हैं।

सवाल यह है कि जिस निगम प्रशासन को पूरे क्षेत्र की सुध लेनी है, उसे अपने ही कार्यालय की सुध नहीं। ऐसे में क्षेत्र में व्यवस्थाएं बेहतर होगी, इसकी कल्पना करना भी बेमानी है। इधर, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि मामले की जांच में गए पुलिस उपनिरीक्षक को सीसीटीवी कैमरे फुटेज नहीं मिल पाई। बताया कि यदि सीसीटीवी फुटेज मिल जाती, तो मामले की जांच में सहयोग मिलता। पार्षद ने दी तहरीर

सोमवार को हुई घटना के मामले में मंगलवार को पार्षद सुभाष पांडे की ओर से सहायक नगर आयुक्त व अवर अभियंता के खिलाफ गालीगलौज, मारपीट, अभद्र व्यवहार व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है। तहरीर में कहा गया है कि कई मर्तबा अनुरोध के बाद भी उनके वार्ड में गंदगी का सबब बन रही पुलिया की कटिग नहीं की जा रही है। बताया कि सोमवार को जब उन्होंने निगम कार्यालय में अपनी बात रखी, तो उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। इधर, सहायक नगर आयुक्त राजेश नैथानी ने आरोप को पूरी तरह गलत बताया। कहा कि पार्षद को स्पष्ट बताया गया कि आचार संहिता के दौरान इस तरह का कार्य नहीं हो सकता, लेकिन पार्षद ने कार्यालय में गंदगी फैला दी।


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