लापरवाह हुआ जन, मंडरा रहा खतरा
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी व मास्क जरूरी है, लेकिन शहर के अधिकांश व्
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी व मास्क जरूरी है, लेकिन शहर के अधिकांश व्यक्ति कोरोना से बचाव के नियमों को ही भूल गए हैं। स्थिति यह है कि कोटद्वार शहर के बाजारों में सुबह से शाम तक आमजन की भारी भीड़ उमड़ रही है। अधिकांश व्यक्ति न मास्क पहन रहे और न ही शारीरिक दूरी बना रहे। यदि समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीमी हुई तो शासन की ओर से अनलाक प्रक्रिया शुरू कर दी गई। आमजन से शारीरिक दूरी को ध्यान में रख मास्क लगाकर ही घरों से बाहर निकलने की अपील की गई। कुछ दिन आमजन ने नियमों का पालन किया, लेकिन अब धीरे-धीरे लापरवाही दिखने लगी है। बाजार में लापरवाही के साथ खरीदारी करते हुए आमजन आसानी से देखते जा सकते हैं। ऐसे में यदि किसी भी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण फैलता है तो यह पूरे शहर के लिए घातक बन सकता है। शहर में सब्जी व फल विक्रेता भी मुंह पर मास्क नहीं लगा रहे। पूरे दिन सब्जी व फल विक्रेता गाइडलाइन को दरकिनार कर शहर की गलियों में घूमते रहते हैं। जबकि, शहर में अधिकांश फल व सब्जी विक्रेता उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर से आते हैं। बावजूद इसके प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। नदी में मिला बुजुर्ग का शव
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: सनेह क्षेत्र के कोटडीढाग तल्ली निवासी एक वृद्ध की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। पुलिस ने खो नदी के तट पर बुजुर्ग का शव बरामद किया।
उपनिरीक्षक अनिकेत कुमार ने बताया कि कोटड़ीढाग तल्ली सनेह निवासी 65 वर्षीय कमाल सिंह चौधरी पुत्र कृपाल सिंह सोमवार सुबह मार्निग वाक पर निकले थे। दोपहर तक भी जब वह घर वापस नहीं पहुंचे तो स्वजन ने सनेह पुलिस चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराई। सोमवार सायं को पुलिस ने काफी खोजबीन की, लेकिन वृद्ध का कहीं पता नहीं चला। मंगलवार को सनेह निवासी एक व्यक्ति ने खोह नदी में एक शव पड़ा हुआ देखा, जिसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव की शिनाख्त कोटड़ीढाग तल्ली निवासी कमाल सिंह चौधरी के रूप में हुई। उपनिरीक्षक अनिकेत कुमार ने बताया कि आशका है कि कमाल सिंह चौधरी माíनंग वाक के दौरान चक्कर आने के कारण नदी में गिर गए होंगे।