पर्यटन नगरी में सरकारी कार्यालयों के निकट झाड़ियां, जानवर बना रहे आशियाना
पर्यटन नगरी को साफ-सुथरा रखने के लिए गाए-बगाए सड़कों पर जन-जागरुकता का सैलाब उमड़ पड़ता है। इसके बावजूद सरकारी कार्यालयों के आसपास झाड़ियां स्वच्छता अभियान की पोल खोल रही हैं।
पौड़ी, [जेएनएन]: पर्यटन नगरी को साफ-सुथरा रखने के लिए गाए-बगाए सड़कों पर जन-जागरुकता का सैलाब उमड़ पड़ता है। मंशा भी साफ रहती है और कार्य भी। इसके इत्तर देखें तो कई सरकारी कार्यालयों के इर्द-गिर्द उगी झाड़ियां स्वच्छता के दावों की पोल भी खोल रही है। खास बात यह है कि यह सबके सामने हैं, लेकिन जानते हुए भी इसका माकूल जबाव किसी के पास नहीं है।
पौड़ी शहर को प्रकृति ने जितना संवारा है उससे सभी वाकिफ हैं। शहर के चारों तरफ हरे-भरे जंगल शहर की खूबसूरती को बखूबी बयां करते हैं। मौजूदा हालात यह है कि शहर में कूड़ा उठाने का कार्य तो पालिका कर रही है, लेकिन यहां के कई सरकारी कार्यालय ऐसे भी हैं जिसके समीप ही झाड़ियां शहर की खूबसूरती पर दाग भी लगा रही हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि यह सब कुछ इन दिनों ही देखने को नहीं मिल रहा है, बल्कि समय के साथ-साथ यहां तो कई स्थानों पर झाड़ियां जंगली जानवरों के लिए आशियाना भी बनने लगी है। खासकर गुलदार की दस्तक से तो यहां सभी वाकिफ हैं।
पूर्व में नागदवे क्षेत्र में गुलदार ने झाड़ियों में ही छिपकर बच्चों को निवाला बनाया था। कोटद्वार रोड निवासी अरविंद मुदगल, प्रदीप रावत, उमाचरण बड़थ्वाल आदि का कहना हैं कि शहर के सरकारी कार्यालयों के समीप उगी झाड़ियां चिंता का कारण तो है ही। वे कहते हैं प्रत्येक सरकारी विभाग अपने-अपने कार्यालयों के आस-पास उगी झाडिय़ों को समय-समय पर नष्ट करें तो इस समस्या का समाधान होगा। साथ ही शहर में स्वच्छता के मायने भी साकार होने लगेंगे।
यह भी पढ़ें: चमोली में पहाड़ी दरकी, 10 मकानों में घुसा मलबा; ग्रामीणों ने खुले में गुजारी रात
यह भी पढ़ें: भागीरथी नदी में डाला जा रहा है ऑलवेदर रोड का मलबा