नदी के कटाव से मकान अलकनंदा में समाया
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: लोअर एजेंसी मोहल्ला में शनिवार को अलकनंदा नदी तट पर स्थित एक चार
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
लोअर एजेंसी मोहल्ला में शनिवार को अलकनंदा नदी तट पर स्थित एक चार कमरों वाला मकान भूस्खलन और भू धंसाव से अलकनंदा नदी में जा समाया। मकान के आगे आंगन में बना राधा-कृष्ण का मंदिर भी इस भूस्खलन की चपेट में आते ही नदी में जा गिरा। मकान में रखे घरेलू सामान सहित अन्य सामान भी इस भूस्खलन की भेंट चढ़ गया। धीरे-धीरे अभी भी उस क्षेत्र में भूधंसाव हो रहा है।
श्रीनगर में शारदाघाट के निकट लोअर एजेंसी मोहल्ले में आनंद सिंह बुटोला का चार कमरों वाला एक दुमंजिला मकान था। उसके आगे राधा-कृष्ण का मंदिर भी था। मकान के आगे लगभग 10-15 फुट का आंगन भी पक्की रेलिंग से बनाया गया था। श्री बुटोला इसी मकान के समीप अपने दूसरे मकान में रहते हैं। इस मकान के कमरों में बतौर स्टडी रूम उनके पुत्र और भांजे पढ़ते थे। शनिवार को सुबह अचानक जोरदार आवाज के साथ भूस्खलन हुआ, चट्टान भी कई स्थानों पर चटकी और चार कमरों वाला दुमंजिला मकान देखते-देखते ही अलकनंदा नदी में जा समाया। मकान स्वामी और मौके पर मौजूद अन्य लोगों का कहना था कि जून 2013 की अलकनंदा नदी की भीषण बाढ़ से नदी का पानी चट्टान के अंदर से कटान कर रहा था। इससे यह घटना घटी। देर शाम तक घटना स्थल पर चट्टान के रह रहकर टूटकर नदी में गिरना जारी था। कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रभावित मकान स्वामी को अधिक मुआवजा दिलवाया जाएगा।
उपजिलाधिकारी रजा अब्बास ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पूर्ण क्षतिग्रस्त मकान की श्रेणी के अंतर्गत मकान स्वामी को एक लाख का मुआवजा दिया जाएगा।