पेयजल के लिए लेटी में महिलाओं ने दिया धरना
पेयजल संकट के चलते दूरस्थ लेटी गाव के बाशिंदे परेशान हैं। विभागीय लापरवाही से नाराज महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, रामनगर : पेयजल संकट के चलते दूरस्थ लेटी गाव के बाशिंदे परेशान हैं। पेयजल आपूर्ति नहीं होने से नाराज महिलाओं का धैर्य बुधवार को टूट गया। पेयजल आपूर्ति की मांग पर उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ गाव के पंचायत घर में साकेतिक धरना दिया।
वन ग्राम टोगिंया लेटी में पिछले कुछ दिनों से पेयजल संकट बना हुआ है। 120 से ज्यादा परिवार वाले गाव की महिलाओं ने एकजुट होकर खुशी समूह के बैनर तले पंचायत घर में धरना दिया। महिलाओं ने गाव में नई पाइप लाइन बिछाने की मांग की। उनका कहना था कि गाव में बिछी पाइप लाइन में खामियों के चलते वाजिब प्रेशर नहीं बन पा रहा है, जिससे नलों में पानी नहीं आ रहा है। इससे आबादी सहित मवेशी जल संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शासन-प्रशासन ने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया तो वे चरणबद्ध आदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान रेखा देवी, नीमा देवी, तारा देवी, बचुली देवी, मुन्नो देवी, लक्ष्मी देवी, सुनीता देवी, राधा देवी, भावना देवी, ललिता देवी, पुष्पा देवी, हरीश चंद्र आदि मौजूद रहे।
पूरा देश कोरोना महामारी से परेशान है। इस बीच सरकार ने बिजली का पूरी तरह निजीकरण करने का मन बनाया है। भाकपा माले ने इलेक्ट्रीसिटी अमेंडमेंट बिल-2020 का पुरजोर विरोध करते हुए सरकार से इस बिल को वापस लेने की माग की है। माले के राज्य सचिव राजा बहुगुणा व ट्रेड यूनियन नेता डॉ. कैलाश पाडे ने कहा कि कोरोना महामारी में बिजली व्यवस्था का निजीकरण करने से गरीबों और किसानों पर प्रभाव पड़ेगा। सरकार को इस निर्णय को वापस लेना होगा।