महिला डाक सहायक की संदिग्ध हालात में मौत, परिवारीजन बदल रहे बयान
शहर के प्रधान डाकघर में कार्यरत महिला डाक सहायक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। रिश्तेदार मौत की वजह को लेकर बार-बार बयान बदलते रहे।
हल्द्वानी, जेएनएन : शहर के प्रधान डाकघर में कार्यरत महिला डाक सहायक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सोमवार सुबह वह मुखानी के खडिय़ा फैक्ट्री स्थित किराये के कमरे में फांसी के फंदे पर लटकी मिली। रिश्तेदार मौत की वजह को लेकर बार-बार बयान बदलते रहे। बागेश्वर जिले से परिवार वालों के पहुंचने पर मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
मूल रूप से बागेश्वर जिले की रहने वाली ललिता टम्टा (25) पुत्री देवेंद्र टम्टा हल्द्वानी के खडिय़ा फैक्ट्री के पास एक भवन में किराये का कमरा लेकर छोटी बहन तन्नू के साथ रहती थी। ललिता को करीब एक साल पहले मृतक आश्रित कोटे में पिता की जगह डाक सहायक के पद पर नौकरी मिली थी। मेडिकल कॉलेज चौकी पुलिस के मुताबिक सोमवार सुबह संदिग्ध हालात में ललिता अपने कमरे में फांसी के फंदे पर झूलती मिली। बहन के देखने और शोर मचने पर ललिता को फंदा खोलकर उतारा गया और मुखानी के दो निजी अस्पतालों के बाद एसटीएच लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसके मृत होने की पुष्टि कर दी। वहीं, रिश्तेदार ललिता की मौत की सही वजह बताने से बचते रहे। वह कभी उसकी मौत दिल का दौरा पडऩे तो कभी बाथरूम में अचेत मिलने की जानकारी देते रहे। पुलिस के मुताबिक मौत की सूचना बागेश्वर में रहने वाले परिजनों को दे दी गई है।
काफी दिन से गुमशुम थी ललिता
प्रधान डाकघर के कर्मचारियों के मुताबिक डाक सहायक ललिता काफी दिन से गुमशुम थी। किसी के कुछ पूछने पर ललिता जवाब भी नहीं देती थी। उसने अपनी परेशानी किसी से साझा नहीं की थी। सोमवार को उसकी मौत की खबर डाकघर तक पहुंची तो कर्मचारी शोक में डूब गए। कर्मचारियों के मुताबिक ललिता काफी मिलनसार स्वभाव की थी, लेकिन एक पखवाड़े से उसका व्यवहार काफी बदला था।
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