हम दस मुख्यमंत्री बदलें, उससे जनता को क्या, जनता को तो काम चाहिए : बंशीधर भगत
इसके पहले भीमताल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भी भगत तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष स्व. इंदिरा हृदयेश पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवादों में आ गए थे। हालांकि उस बयान के लिए उन्होंने माफी भी मांग ली थी।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : उत्तराखंड सरकार में शहरी विकास आवास मंत्री बंशीधर भगत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इंटरनेट मीडिया पर उनका एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वह एक समाचार एजेंसी को बाइट दे रहे हैं, जिसमें पूछा जा रहा है कि बार-बार मुख्यमंत्री बदलने से जनता के बीच में पार्टी की शाख प्रभावित नहीं हो रही है ? जिस पर वह जवाब देते हुए कह रहे हैं कि हम एक, दो या दस मुख्यमंत्री बदलें जनता को इससे क्या फर्क पड़ता है। जनता को तो काम चाहिए और भाजपा सरकार बेहतर काम कर रही है। इसके पहले भीमताल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भी भगत तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष स्व. इंदिरा हृदयेश पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवादों में आ गए थे। हालांकि उस बयान के लिए उन्होंने माफी भी मांग ली थी।
बता दें कि पुष्कर सिंह धामी के चयन से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में भी नाराजगी है। सतपाल महराज, हरक सिंह रावत और बिशन सिंह चुफाल जैसे वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी सामने भी आ चुकी है। हालांकि नए सीएम धामी खुद के स्तर से पहल कर वरिष्ठ नेताओं को मनाने में कामयाब रहे। तीरथ सरकार के सभी मंत्रियों के साथ उन्होंने शपथ भी ली। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता मीडिया से बातचीत करने के दौरान असहज नजर आए और बचते भी रहे। वहीं बार-बार मुख्यमंत्री बदलने को लेकर मीडिया और विपक्ष भी सरकार से लगातार सवाल कर रहा है। इसी बीच शहरी विकास एवं आवास मंत्री बंशीधर भगत बाइट देकर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं।
चार साल के भीतर ही तीन मुख्यमंत्री बदले जाने लेकर उत्तराखंड इन दिनों चर्चा में है। हाल में भाजपा ने तीरथ सिंह रावत को हटाकर खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम बनाया है। इसको लेकर विपक्ष भी भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि भाजपा प्रदेश को एक स्थिर सरकार देने में पूरे तरह से विफल साबित हुई है। यही कारण है कि एक साल के अंदर ही तीन मुख्यमंत्रियों को बदल दिया गया। हहालांकि उन्होंने उन्होंने युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी को यह सलाह भी दी है कि युवाओं को रोजगार देकर बहुत कुछ कर सकते हैं।