अधिकारियों के फरमान से रेलवे के 50 परिवारों का रास्ता बंद, नहीं आ जा सकेंगे फोर व्हीलर
काठगोदाम रेलवे स्टेशन स्थित ग्रुप डी कर्मचारियों के आवास में रहने वालों की जिंदगी समाज से कट सी गई हैं। इन घरों में रहने वाले करीब दो सौ लोगों का रास्ता बंद कर दिया गया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : काठगोदाम रेलवे स्टेशन स्थित ग्रुप डी कर्मचारियों के आवास में रहने वालों की जिंदगी समाज से कट सी गई हैं। इन घरों में रहने वाले करीब दो सौ लोगों के आने-जाने के लिए मौजूद एक मात्र मार्ग को चार पहिया वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। जिससे यहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। वहीं विभागीय अधिकारी भी इन कर्मचारियों की परेशानी से मुंह फेर रहे हैं। पिछले करीब एक साल से लोग दिक्कतें झेलने को मजबूर हैं।
दरअसल काठगोदाम रेलवे स्टेशन से लगभग सौ मीटर पहले नैनीताल रोड से दाहिनी ओर की तरफ एक रास्ता खुला हुआ था। यह रास्ता मुख्य रूप से विभाग के ग्रुप डी कर्मचारियों के लिए बने आवासों में रह रहे लोगों के आवागमन के लिए था। पहले इस मार्ग पर दो पहिया व चार पहिया वाहन आराम से आवागमन करते थे, लेकिन अब इस मार्ग को बड़े-बड़े पिलरों से बंद कर केवल दोपहिया वाहनों के लिए खुला रखा गया है। जिस वजह से अब इस मार्ग पर चार पहिया वाहनों की आवाजाही बंद हो गई और सिर्फ दो पहिए वाहनों का ही आवागमन हो पता हैं। कॉलोनी में एलपीजी गैस, आपातकालीन वाहन सेवा, स्कूल वैन सहित अन्य वाहन नहीं आ पाते, जिससे यहां रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
गर्मी के सीजन को देखते हुए आवासीय कालोनी में रहने वाले लोगों की चिंता और बढ़ गई है। अग्निकांड जैसे हादसे में यहां फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस जैसे वाहन नहीं आ पाएंगे। सबसे ज्यादा दिक्कतें स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही हैं। रेलवे ट्रैक को पैदल पार करके बच्चे स्कूल वैन तक पहुंचते हैं। ऐसे में अपने बच्चों की सुरक्षा की चिंता अभिभावकों को हमेशा सताती रहती है।
इस मामले में जब इज्जत नगर मंडल के डीआरएम दीपक कुमार सिंह और उनके पीआरओ राजेन्द्र सिंह को फोन करके जानकारी लेनी चाही तो लगातार फोने करने के बाद भी उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।