पांच साल से नहीं मिला सड़क का मुआवजा, नाराज ग्रामीणों ने विरोध - प्रदर्शन की दी चेातावनी
विकासखंड भीमताल के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज बानना तक बनाए गए मोटर-मार्ग का मुआवजा ग्रामीणों को पांच साल बीत जाने के बाद भी नहीं मिल सका है।
भीमताल, जेएनएन : विकासखंड भीमताल के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज बानना तक बनाए गए मोटर-मार्ग का मुआवजा ग्रामीणों को पांच साल बीत जाने के बाद भी नहीं मिल सका है। बिना मुआवजा दिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत इस मार्ग पर डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने अब निर्माण कार्य रुकवाने व आंदोलन करने का एलान भी कर दिया है। ग्रामीणों के मुताबिक वर्ष 2000 में लोक निर्माण विभाग ने लमजाला से लेकर राइंका बनना तक हल्का मोटर वाहन का निर्माण किया।
इसके बाद वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग ने इस मार्ग को चौड़ा किया और तब कास्तकारों को मुआवजा देने की बात कही। पांच साल तक मोटर मार्ग को चौड़ा करने के बाद इन दिनों विभाग इस मार्ग में डामरीकरण का कार्य करा रहा है। पर कास्तकारों को मुआवजा आज तक नहीं मिल सका है। इधर उत्तराखंड निदेशक उत्तराखंड कापरेटिव रेशम फैडरेशन रेवाधर वृजवासी की अध्यक्षता में कोटजाला, जाला, तल्ला बानना के कास्तकारों की बैठक संपन्न हुई। जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि सौ से अधिक परिवार के कास्तकारों को मुआवजा मिलना है। बैठक में वर्तमान में पीएमजीएसवाई के तहत कराए जा रहे डामरीकरण का कार्य को रूकवाने की सहमति बनी। बैठक में हरीश पलडिय़ा, जितेंद्र पलडिय़ा, नरायण दत्त पलडिय़ा, शिव दत्त वृजवासी समेत दर्जनों किसान मौजूद थे।
सुनिए क्या कहते हैं जिम्मेदार
उत्तम चंद्र, सहायक अभियंता पीएमजीएसवाई का इस बारे में कहना है कि पूरा मार्ग 14 किमी का है। शुरू के शून्य किमी से पांच किमी तक प्रांतीय खंड नैनीताल द्वारा निर्मित किया गया है। 05 किमी से लेकर 14 किमी तक का मुआवजा आ चुका है। जो इन दिनों वितरित किया जा रहा है। शून्य किमी से लेकर 05 किमी तक का मुआवजे तक की सारी कार्रवाई पूर्ण है। इस माह के अंत तक उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।