उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में कुलपति ने कार्यबहिष्कार व धरने पर लगाया प्रतिबंध
Uttarakhand Open University उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में 14 दिन से चल रहे कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार पर कुलपति ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार व धरने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। चेतावनी दी है कि कर्मचारी नहीं माने तो पुलिस-प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में 14 दिन से चल रहे कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार पर कुलपति ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार व धरने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि कर्मचारी नहीं माने तो पुलिस-प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा।
आउटसोर्स से दो सफाई कर्मचारियों को हटाने व छह कर्मचारियों को नियमित किये जाने की मांग को लेकर यूओयू के कर्मचारियों का एक संगठन धरना व कार्यबहिष्कार पर है। जिससे विश्वविद्यालय के कई कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सोमवार को कुलपति प्रो. ओमप्रकाश सिंह ने आदेश जारी कर कहा कि कुछ कर्मचारी असंवैधानिक रूप से गठित संघ के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन व अन्य भवनों में प्रदर्शन, नारेबाजी व कार्यबहिष्कार कर रहे हैं। कर्मचारी उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर भी कर रहे हैं।
उन्होंने दो टूक कहा है कि कर्मचारी उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कर पटलों व कार्यस्थल से अनुपस्थित पाए गए तो अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन व अन्य जगहों पर चल रहा कार्यबहिष्कार प्रतिबंधित किया है। धरना-प्रदर्शन व कार्यबहिष्कार से विश्वविद्यालय की परीक्षाएं, प्रवेश प्रक्रियाएं व पाठ्य सामग्री का वितरण व अन्य कार्यो पर व्यवधान किया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
सरकार प्रवृत्त नो वर्क नो पे का सिद्धांत लागू किया जाएगा। आवश्यकता पडऩे पर जिला प्रशासन व पुलिस का सहयोग लिया जाएगा। इधर, कर्मचारियों ने सोमवार को भी कार्यबहिष्कार कर धरना दिया। यहां मोहन पांडे, दिव्या गौड़, पंकज बिष्ट, योगेश मिश्रा, चारू जोशी, उमेश खनवाल, रमन, कंचन बिष्ट, लीला बेलवाल, कमला राठौर आदि मौजूद रहे।