Uttarakhand Weather Update : कुमाऊं में अगले चार दिन वर्षा, 30 जून से पहले हो सकती है मानसून की घोषणा
रविवार को कुमाऊं के कई हिस्सों में वर्षा हुई। हल्द्वानी में सुबह सात बजे बादलों के बीच तेज बौछार पड़ी। दिन में मौसम साफ हो गया। तापमान अधिक नहीं था लेकिन वर्षा के बाद तपी धरती ने उमस का अहसास कराया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्री-मानसून सक्रिय हो गया। रविवार को कुमाऊं के कई हिस्सों में वर्षा हुई। हल्द्वानी में सुबह सात बजे बादलों के बीच तेज बौछार पड़ी। दिन में मौसम साफ हो गया। तापमान अधिक नहीं था, लेकिन वर्षा के बाद तपी धरती ने उमस का अहसास कराया।
दूसरी ओर गौलापार क्षेत्र में एक घंटे तक रिमझिम वर्षा हुई। कुमाऊं मंडल में सर्वाधिक 95 मिमी वर्षा चोरगलिया में दर्ज की गई। हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री व न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहा।
कुमाऊं में मानसून का अब भी इंतजार है। सामान्य तौर पर 20 जून को मानसून का आगमन हो जाता है। इस बार मानसून एक सप्ताह की देरी कर चुका है। वर्षा का सिलसिला शुरू होने से मौसम विज्ञानी अनुमान जता रहे कि 30 जून तक उत्तराखंड में मानसून का आगमन हो सकता है।
इससे मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिलेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में सिंचाई वाली खेती के लिए भी वर्षा मददगार साबित होगी। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार को पर्वतीय क्षेत्रों में अनेक जगहों व मैदानी इलाकों में कहीं कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा या गरज के साथ बौछार पडऩे की संभावना है।
मंगलवार से वर्षा का दायरा बढ़ेगा। 28 व 29 जून को कुमाऊं मंडल के अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर व चम्पावत जिलों में कहीं कहीं पर भारी या भारी से भारी वर्षा भी होने की संभावना है। मानसून के आगमन के साथ वर्षा का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
कहां कितनी हुई वर्षा (मिमी में)
हल्द्वानी 2.5
चोरगलिया 95.0
पंतनगर 17.0
चल्थी 23.5
अल्मोड़ा 4.0
बागेश्वर 3.0
शामा 64.0
निगम का दावा परखेगी मानसून
नगर निगम ने बरसात से पहले 14 नालों की सफाई का कार्य लगभग पूरा कर लिया है। कचरा व अवशेष जमा होने से नाले चोक हो जाते हैं और बरसात में जलभराव की वजह बनते हैं। नगर निगम के सहायक अभियंता नवल नौटियाल व सफाई निरीक्षक अमोल असवाल ने बताया कि धोबी घाट व पीलीकोठी के पास सफाई अंतिम चरण में हैं। सोमवार तक इसे पूरा करा लिया जाएगा। निगम के दावे में कितनी हकीकत है इसकी परख मानसूनी बारिश से होगी।