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Uttarakhand News: खराब मौसम के चलते इनर लाइन परमिट पर रोक, आदि कैलास का यात्रा दल रुका, चीन सीमा का संपर्क भी कटा

खराब मौसम के चलते उच्च हिमालयी रास्ते खतरनाक हो चुके हैं। आदि कैलास और ओम पर्वत को जाने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग तवाघाट से मालपा तक मलबे व पत्थर गिरने से बंद हो चुका है। जिसे देखते हुए इनर लाइन परमिट जारी करने बंद कर दिए हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 08:50 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 08:50 PM (IST)
Uttarakhand News: खराब मौसम के चलते इनर लाइन परमिट पर रोक, आदि कैलास का यात्रा दल रुका, चीन सीमा का संपर्क भी कटा
इनर लाइन परमिट जारी नहीं होने से आदि कैलास जा रहे यात्री धारचूला में ही प्रवास कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, धारचूला (पिथौरागढ़) : उत्तराखंड में पिछले हफ़्ते से मौसम खराब है। मौसम विभाग ने भी चेतावनी जारी की थी। प्रदेश में कई मार्गों पर मलबा व पत्थर गिरने से आवागमन बाधित हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इस पर शासन ने चीन सीमा तक जाने वाले मार्ग के बंद होने से उच्च हिमालय जाने के लिए इनर लाइन परमिट पर तीन दिन के लिए रोक लगा दी है। आदि कैलास यात्रा पर जा रहा दल धारचूला में ही रोका गया है।

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आदि कैलास और ओम पर्वत को जाने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग तवाघाट से मालपा तक बंद हो  चुका है। मलगाड़ के पास पहाड़ की तरफ से पत्थर और मलबा गिर रहा है। मार्ग पर खतरा बना हुआ है। जिसे देखते हुए इनर लाइन परमिट जारी करने बंद कर दिए हैं। 

प्रशासन के अनुसार खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इनर लाइन परमिट जारी नहीं होने से आदि कैलास जा रहे पंद्रहवें दल के यात्री धारचूला में ही प्रवास कर रहे हैं।  

वहीं चीन सीमा को जोडऩे वाला तवाघाट-सोबला -दारमा मार्ग तवाघाट से कंच्योती के बीच खेत व एक अन्य स्थान पर मलबा आने से बंद हो गया है। जिसके चलते उच्च हिमालयी दारमा का भी सम्पर्क भंग है। व्यास मार्ग पूर्व में ही बंद हो चुका है। खेत नामक स्थान पर मार्ग बंद होने से चौदास घाटी , नारायण आश्रम  का भी सम्पर्क कट चुका है।

बलुवाकोट में आवासीय मकान ध्वस्त 

धारचूला : तहसील क्षेत्र हो रही भारी बारिश का कहर जारी है। बलुवाकोट ग्राम पंचायत के तोक छुरमुल्ला में एक पुराना आवासीय मकान ध्वस्त हो गया। खोतिला गांव में एक मकान पर पहाड़ की तरफ से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। जिसे लेकर गांव में दहशत बनी है। दोनों परिवारों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।

बलुवकोट ग्राम पंचायत के तोक छुरमुल्ला में गोपाल दत्त भट्ट का आवासीय मकान भारी बारिश से टूट गया। पुराना मकान पहले से ही खतरे में था। गरीब परिवार के पास अन्य कोई विकल्प नहीं होने से इसी मकान में परिवार रहता है। बुधवार की देर सायं मकान की छत गिरने लगी। परिवारजनों ने घर से बाहर दौड़ लगा दी ।  इस बीच मकान की छत और मकान की दीवार टूटने से मकान ध्वस्त हो गया। ग्रामीणों ने प्रभावित परिवार को रात को सुरक्षित स्थान पर पहुंंचाया। परिवार ने गांव में ही दूसरे के मकान में शरण ली है। 

बुधवार देर रात्रि को खोतिला गांव में दौलत राम के मकान पर पहाड़ की तरफ से पत्थर और मलबा गिरने लगा। परिवारजन भय के मारे मकान छोड़ कर बाहर को भागे। 

पूर्व बीडीसी सदस्य विजय गब्र्याल ने इसकी सूचना तहसील आपदा कंट्रोल रू म को दी । ग्रामीणों ने रात को ही परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। गुरु  वार को संयुक्त मजिस्ट्रेट नंदन कुमार ने राजस्व उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार और आपदा प्रबंधन की टीम को गांव भेजा। पीडि़त परिवार को राजकीय प्राथमिक विद्यालय खोतिला में रखा गया।


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