Uttarakhand News : खटीमा में बच्चे का शिकार करने के मामले में पकड़े गए मगरमच्छ की मौत
ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा में देवहा नदी से 11 साल के बच्चे का शिकार करने के मामले में पकड़े गए मगरमच्छ की मौत हो गई है। बच्चे का शिकार होने के बाद ग्रामीणों और वन विभाग की टीम ने तीन मगरमच्छ पकड़े थे।
संवाद सहयोगी, खटीमा : ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा में देवहा नदी से 11 साल के बच्चे का शिकार करने के मामले में पकड़े गए मगरमच्छ की मौत हो गई है। बच्चे का शिकार होने के बाद ग्रामीणों और वन विभाग की टीम ने तीन मगरमच्छ पकड़े थे। लेकिन दो छाेटो होने के कारण उन्हें पानी में दोबारा छोड़ दिया गया था। जबकि सबसे बड़े मगरमच्छ का एक्स-रे तत्काल खटीमा में ही कराया गया।
खटीमा में हुए एक्स-रे में मगरमच्छ के पेट में बच्चे का अंश नजर नहीं आया है। लेकिन ग्रामीणों को भरोसा नहीं हुआ। वे हंगामा करते हुए पंतनगर में एक्सरे कराने की मांग करने लगे। जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने अश्वासन देकर उन्हें शांत कराया। पंतनगर लाने के दौरान रास्ते में ही मगरमच्छ की मौत हो गई। जिसके बाद से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने मगरमच्छ को रेस्क्यू करने के बाद उस पर हमला भी कर दिया था। जिससे उसे गंभीर चाेटे आई थी। वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र मनराल ने बताया क्योंकि मगरमच्छ की मौत हल्द्वानी चोरगलिया के बीच किशनपुर रेंज के समीप हुई, इसलिए उसका पोस्टमार्टम भी वहीं पर कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद उसे दफ्नाया जाएगा।
क्या था मामला
खटीमा के सुनपहर मेहरबान नगर निवासी 11 वर्षीय वीर सिंह पुत्र स्व.शोभा प्रसाद रविवार की देर शाम अपने साथियों के साथ मवेशियों को चराने देवहा नदी के करीब या था। इसी दौरान उसकी भैंस नदी में पहुंच गई। जिसको बाहर निकालने के लिए वीर सिंह नदी में कूद पड़ा। तभी मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया और उसे खींच ले गया।
मगरमच्छ को पकड़ने में तीन ग्रामीण घायल
देवहा नदी में मगरमच्छ को पकड़ने घुसे सुनपहर मेहरबान नगर के तीन युवकों को भी मगरमच्छ ने जख्मी कर दिया है। गांव के विपिन कुमार ने बताया कि जब किशोर के मगरमच्छ को खींच ले जाने तो उन्होंने जाल बिछाकर एक मगरमच्छ को पकड़ लिया। इस दौरान मगरमच्छ ने उनकी उंगली चबा ली। इसके अलावा उनके साथी सोनू व विक्की को भी जख्मी कर दिया।
नदी में मगरमच्छाेें की भरमार
एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया की इस नदी में मगरमच्छों की अच्छी खासी तादाद है। फिलहाल पकड़े गए मगरमच्छ को सिविल हॉस्पिटल लाया गया। यहां उसका एक्स रे कराया गया। यदि बच्चा उसके पेट में पाया जाता है, तो उसका चीर फाड़ कर बच्चे को पेट से बाहर निकाला जाएगा। यदि नहीं पाया जाता है तो उसे दफना दिया जाएगा।