चार विस चुनाव लगातार जीतने के बाद पहली बार मंंत्री बनने वाले कौन हैं चंदन राम दास
उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में बुधवार को पुष्कर सिंह धामी ने शपथ ली। राज्यपाल रि. ले. गुरमित सिंह ने उन्हें पद व गोपनियता की शपथ दिलवाई। उनके साथ ही पहली बार बागेश्वर विधायक चंदन राम दास (Chandan Ram Das) ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
नैनीताल, जागरण संवाददात : अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बागेश्वर विधानसभा में चार बार से लगातार विधायक चुने जा रहे चंदन राम दास (Chandan Ram Das) को इस बार कैबिनेट में जगह मिली है। वह कद्दावर जनप्रतिनिधि के साथ ही संगठन में बेहतर तालमेल के लिए जाने जाते हैं। जनता में भी उनकी लोकप्रियता है। उनका लंबा राजनीतिक अनुभव व पार्टी और संगठन के प्रति निष्ठा की वजह से पर्यवेक्षकों को भी उनके नाम पर मुहर लगाने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
छात्र राजनीति से कैबिनेट मंत्री तक
चंदन राम दास का राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ। वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पूर्व एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। 1980 से राजनीति जीवन की शुरूआत की। 2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्ररेणा पर भाजपा में शामिल हुए। 2007, 2012, 2017 और 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए।
मंत्री बनने की जताई थी इच्छा
दास जहां म़ृदभाषी हैं, वहीं विधानसभा (Bageshwar assembly) में उनकी अच्छी पकड़ बताई जाती है। लेकिन तीन बार विधायक चुने जाने के बाद भी वह मंत्री नहीं बन सके थे। क्षेत्र के लोग भी इस बार आशान्वित थे कि यदि इस बार दास जीते तो मंत्री पद के भी दावेदार हो सकते हैं। इस चुनाव में बागेश्वर विधानसभा (Bageshwar assembly) से टिकट को लेकर पूर्व जिपंअ दीपा आर्य भी दावेदार मानी जा रहीं थीं। दास को यह एक चुनौती थी। लेकिन संगठन और लोकप्रियता के कारण उन्हें टिकट मिलने में आसानी हुई।
ये लेंगे मंत्री पद की शपथ
पुष्कर सिंह धामी के मंत्रिमंडल की लिस्ट सामने आ गई है। सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, चंदन रामदास, रेखा आर्य, प्रेमचंद अग्रवाल और सौरभ बहुगुणा मंत्री होंगे। बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल और अरविंद पांडेय को फोन नहीं आया है।