सैकड़ों अभ्यर्थियों के फोटो और हस्ताक्षर के बिना जारी कर दिए गए यूटीईटी के एडमिट कार्ड
राज्य के 29 शहरों में छह नवंबर को एक लाख से अधिक युवा शिक्षक बनने के लिए यूटीईटी देंगे मगर बोर्ड की ओर से जारी किए जा रहे एडमिट कार्ड ने अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ा दी है।
हल्द्वानी, जेएनएन : राज्य के 29 शहरों में छह नवंबर को एक लाख से अधिक युवा शिक्षक बनने के लिए यूटीईटी देंगे, मगर बोर्ड की ओर से जारी किए जा रहे एडमिट कार्ड ने अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ा दी है। दरअसल, सैकड़ों अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड में न तो उनकी फोटो हैं और न ही जारीकर्ता के हस्ताक्षर। ऐसे में अभ्यर्थियों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि अधूरे एडमिट कार्ड कहीं उनकी मेहनत पर पानी न फेर दें।
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर की ओर से यूटीईटी के लिए राज्यभर में 172 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें यूटीईटी प्रथम की परीक्षा सुबह दस से दोपहर साढ़े बारह बजे तक व यूटीईटी द्वितीय परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम साढ़े चार बजे तक होगी। यूटीईटी प्रथम के लिए 61,688 और यूटीईटी द्वितीय के लिए 56,904 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। कुछ दिन पहले बोर्ड की ओर से एडमिट कार्ड अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए। जहां से अभ्यर्थियों ने इन्हें डाउनलोड करना था। जैसे ही अभ्यर्थियों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड करना शुरू किया, वैसे ही उनके होश उड़ गए। कईएडमिट कार्डों में न तो अभ्यर्थियों की फोटो है और न ही किसी अधिकारी के हस्ताक्षर। कई एडमिट कार्ड में परीक्षा की तिथि, समय, परीक्षा केंद्र का नाम तक नहीं।
हल्द्वानी में इस तरह के मामले सामने आने पर अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ गई है। उनका कहना है कि ऑनलाइन आवेदन करते समय उन्होंने सभी जानकारियां सही दी थी। इसके बावजूद एडमिट कार्ड अधूरे होना बोर्ड की लापरवाही है। इधर, बोर्ड ने अधूरे एडमिट कार्ड का ठीकरा आवेदकों के सिर फोड़ा है। बोर्ड का कहना है कि एडमिट कार्ड का अधूरा होना ऑनलाइन आवेदन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा की गई गलतियों का नतीजा है। कई बार विज्ञप्ति जारी कर आवेदन के दौरान की गई गलतियों को सुधारने का मौका भी दिया गया था।
आज सुधार लें एडमिट कार्ड
बोर्ड के अनुसार प्रत्येक शहर में एक-एक नोडल केंद्र बनाया गया है। जहां दो कार्मिक तैनात किए गए हैं। यदि किसी अभ्यर्थी का प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं हो रहा है या उसमें किसी तरह की कोई त्रुटि है तो वह इन नोडल केंद्रों में पांच नवंबर तक संपर्क कर सकता है।
अफसर-कर्मचारी भी नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल
इस बार परीक्षा केंद्रों में न तो अभ्यर्थी मोबाइल ले जा सकेंगे और न ही वहां तैनात अफसर और कर्मचारी। जबकि, अभ्यर्थियों को परीक्षा के दौरान प्रवेश पत्र के साथ-साथ वही दस्तावेज लाने होंगे जिसे आवेदन के दौरान पहचान पत्र के तौर पर दिया गया था।
गलतियाें को सुधारने का दिया गया था मौका
डॉ. नीता तिवारी, सचिव, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर ने बताया कि आवेदकों को आवेदन के दौरान की गई गलतियां सुधारने के लिए कई बार मौका दिया गया था। अभ्यर्थियों द्वारा भरी गई जानकारी के आधार पर ही एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। 29 शहरों में नोडल केंद्र बनाए गए हैं, जहां पांच नवंबर तक अभ्यर्थी अपनी परेशानी दूर कर सकते हैं।