Nainital News: सामूहिक प्रयास से ही सुधरेगी यातायात व्यवस्था: एसपी अपराध व यातायात
लोगों में ट्रैफिक सेंस नहीं है। मनमाने तरीके से वाहन चलाते हैं। लोगों को जागरूक होना होगा। इसके अलावा अतिक्रमण हटाने के लिए हम लोक निर्माण विभाग नगर निगम स्थानीय प्रशासन व पुलिस का सहयोग ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: वाहनों की असीमित संख्या और अतिक्रमण से घिरी सीमित सड़कें जाम की मुख्य समस्या है। जाम से निपटने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। इसके लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का सहारा लेकर यातायात व्यवस्था को सुधारा जा सकता है। बुधवार को एसपी अपराध व यातायात डा. जगदीश चंद्र जागरण प्रश्न पहर कार्यक्रम में लोगों के सवालों के जवाब दे रहे थे।
मैनपावर के बजाय टैक्नोलाजी का होगा इस्तेमाल
लोगों में ट्रैफिक सेंस नहीं है। मनमाने तरीके से वाहन चलाते हैं। लोगों को जागरूक होना होगा। इसके अलावा अतिक्रमण हटाने के लिए हम लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, स्थानीय प्रशासन व पुलिस का सहयोग ले रहे हैं। यह अभियान जारी है। वहीं हम मैनपावर के बजाय टैक्नोलाजी का इस्तेमाल पर जोर दे रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय लेकर जाम की समस्या का हल निकाला जा सकता है। ऐसे ठोस इंतजाम करने की जरूरत है, जिससे की भविष्य में भी लाभ मिल सके। लोनिवि के इंजीनियरों की मदद से सड़कों के चौड़ीकरण समेत अन्य बिंदुओं पर नए सुझाव लिए जाएंगे।
नैनीताल और हल्द्वानी में जाम की वजह
नैनीताल और हल्द्वानी की 40 साल पुरानी सड़कों पर ही आज भी वाहन दौड़ रहे हैं। सड़कें अतिव्यस्त हैं। उन्हें भी अतिक्रमणकारियों ने घेर रखा है। विकेंड व लंबी छुट्टियों पर पर्यटकों के नैनीताल आने पर जाम की स्थिति विकट हो जाती है।
इस सवाल के जवाब में एसपी ने कहा कि इसके समाधान को लेकर प्रयासरत हैं। लोगों ने ट्रैफिक लाइटों को लेकर भी सवाल उठाए। इस पर एसपी ने कहा कि इसमें सुधार को लेकर प्रयास जारी हैं।
ये हैं नैनीताल आने के इंतजाम
एसपी ने कहा, नैनीताल आने के लिए यातायात व्यवस्था को दुरूस्त किया गया है। जिन होटल व रेस्टोरेंट में पार्किंग की सुविधा ने उन्हें सीधे नैनीताल भेजा जाता है। जहां पार्किंग की सुविधाएं नहीं है। वहां आने वाले पर्यटकों के वाहनों को रूसी बाइपास पर रोककर शटल सर्विस से नैनीताल तक भेजा जाता है। विकेंड पर हल्द्वानी से ही वाहनों का डायवर्जन किया जाता है। इससे काफी हद तक राहत मिल जाती है।
ये आए सवाल
सवाल- सड़क पर धूमपान करने वालों के चालान क्यों नहीं होते? -अजीत सिंह, हल्द्वानी
जवाब- यातायात पुलिस को ऐसी स्थिति में चालान काटने की अनुमति नहीं है। धू्मपान करने पर 200 रुपये तक जुर्माना हो सकता है। सुझाव अच्छा है। -गोविंद नेगी, रामपुर रोड
सवाल- चालान कटा तो शुल्क कब तक दे सकते हैं? -हिमांशु भट्ट, कमलुवागांजा
जवाब- चालान कटने के तीन दिन बाद शुल्क जमा करना होता है। इसके बाद चालान कोर्ट भेज दिए जाते हैं।
सवाल- सीटबेल्ट नहीं पहनने पर कितने का चालान है? - दया जोशी, काठगोदाम
जवाब- वाहन चलाते समय सीटबेल्ट पहनना अनिवार्य है। सीटबेल्ट नहीं पहनने पर एक हजार रुपये का चालान है।