रामनगर में बढ़ा मानव वन्य जीव संघर्ष, छह महीने में नौ लोग बाघ के शिकार
- कभी जंगल तो कभी खेत में आकर बाघ बना रहे लोगों को शिकार
जासं, रामनगर: पिछले कुछ महीनों से रामनगर में मानव वन्य जीव संघर्ष काफी बढ़ा है। अन्य साल के आंकड़ों को छोड़ दें तो सर्दी के सीजन से अप्रैल तक बाघ काफी आक्रामक रहे हैं। छह महीनों में नौ लोग मारे गए हैं तो चार लोग घायल भी हुए हैं। संघर्ष की इन घटनाओं में सबसे ज्यादा चार महिलाओं ने जान गवाई हैं।
पिछले साल 17 अक्टूबर को कार्बेट पार्क के कालागढ़ में गश्त कर रहे वनकर्मी पवन कुमार को बाघ ने मार डाला था। दस नवंबर को बाघ ने कार्बेट से सटे तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत खेत में आकर महिला पूजा देवी को मार डाला था। 12 नवंबर को शिवा गुरंग एवं 23 नवंबर को बाघ ने राम बहादुर को मार डाला था।
इसके बाद सात दिसंबर को पटरानी गांव में कार्बेट के जंगल में बाघ ने महिला को मार डाला। 27 जनवरी को बाघ ने कार्बेट से सटे रामनगर वन प्रभाग के चुकुम गांव में बुजुर्ग को मार डाला था। दो दिन बाद ही बाघ ने 28 जनवरी को फिर ढेला की महिला को मार डाला। अब 17 फरवरी को बाघ ने फिर से ढेला में महिला को मार डाला।
अब बुधवार 17 अप्रैल को बाघ ने बासीटीला में युवक को मार डाला। जबकि घायलों की बात करें तो 30 अक्टूबर को खटीमा के श्रमिक हर लाल को बाघ ने हमला किया। इसके बाद दो नवंबर को तराई के आमपोखरा में बाघ ने अंकित को घायल किया। दस नवंबर को दो लोगों को घायल किया था। बाघों के लगातार हमले की घटनाओं से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है।
मां, पत्नी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल
रामनगर के बासीटीला में बाघ की हमले की घटना से गांव में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। मृतक प्रमोद खेतीबाड़ी से जुड़े हुए थे। मृतक के दो बच्चे हैं। पप्पू तिवारी की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की मां, पत्नी व बच्चों को बिलखता देख हर किसी की आंख नम हो गई।
ग्रामीणों ने परिवार के लोगों को किसी तरह ढांढस बंधाया। कार्बेट के अधिकारियों के समझाने पर ग्रामीण शव को घटनास्थल से उठाकर घर ले आए। लेकिन पोस्टमार्टम के लिए ग्रामीणों व कार्बेट के अधिकारियों व पुलिस के बीच वार्ता होती रही। ग्रामीण बाघ को पकड़ने की मांग पर अड़े रहे।
गांव में रात्रि गश्त बढ़ाई
बासीटीला गांव में सुरक्षा के लिए कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वा्रा गश्त बढ़ा दी है। पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि गांव में गश्त बढ़ाई जा रही है। तराई पश्चमी वन प्रभाग के साथ गुरुवार से पिंजड़ा व कैमरा ट्रेप आदि लगाने का कार्य किया जाएगा। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।