राजाजी टाइगर रिजर्व में पहले चरण में बाघ-बाघिन भेजे गए, अब सीटीआर में कुछ समय रुकेगा रेस्क्यू
कार्बेट पार्क से राजाजी टाइगर रिजर्व में एक बाघ व बाघिन भेजे जाने के बाद अब विभाग ने कुछ समय के लिए आपरेशन रेस्क्यू रोक दिया है। पहले चरण में एक बाघ व एक बाघिन ही भेजे जाने थे। फिलहाल दोनों बाघों की विभाग निगरानी कर रहा है।
रामनगर, जागरण संवाददाता : कार्बेट पार्क से राजाजी टाइगर रिजर्व में एक बाघ व बाघिन भेजे जाने के बाद अब विभाग ने कुछ समय के लिए आपरेशन रेस्क्यू रोक दिया है। पहले चरण में एक बाघ व एक बाघिन ही भेजे जाने थे। फिलहाल दोनों बाघों की विभाग निगरानी कर रहा है।
हरिद्वार के राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचुर में बाघों की संख्या कम हो रही है। इसी के मद्देनजर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा दो बाघिन व तीन बाघ मोतीचुर भेजे जाने की योजना बनाई गई। पहले चरण में दो बाघ भेजे जाने थे। एक बाघिन 23 दिसंबर व दूसरा बाघ आठ जनवरी को राजाजी भेज दिया गया। पहला चरण खत्म होने के बाद अब बाघ भेजने का दूसरा चरण कुछ समय के बाद शुरू होगा।
सूत्र बताते हैं कि करीब तीन से चार महीने का समय दूसरा चरण शुरू होने में लग सकता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि राजाजी भेजे गए बाघों के व्यवहार पर अब कुछ समय तक नजर रखी जाएगी। हालांकि बाघों के लिए राजाजी के जंगल का माहौल अनुकूल बताया जा रहा है। इसके लिए पूर्व में ही विशेषज्ञों द्वारा अध्ययन भी किया जा चुका है। साथ ही दोनों बाघों की सुरक्षा भी विभाग के लिए बड़ी जिम्मेदारी है। बाघ व बाघिन के राजाजी में पूरी तरह सर्वाइव करने के बाद ही कार्बेट से तीन बाघों को भेजने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।