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हल्द्वानी के नौ मोहल्लों व 55 बस्तियों में जल संकट के आसार

गर्मियों में पेयजल संकट से लोगों को मुक्त रखने के लिए जल संस्थान ने कसरत तेज कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 06:30 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 06:30 AM (IST)
हल्द्वानी के नौ मोहल्लों व 55 बस्तियों में जल संकट के आसार
हल्द्वानी के नौ मोहल्लों व 55 बस्तियों में जल संकट के आसार

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: गर्मियों में पेयजल संकट से लोगों को मुक्त रखने के लिए जल संस्थान ने कसरत तेज कर दी है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसे नौ मोहल्ले व 55 बस्तियों को चिह्नित किया गया है, जहां गर्मियों में जल संकट गहरा सकता है। ऐसे स्थानों पर पानी की वैकल्पिक व्यवस्था व नलकूप की मोटर फुंकने की स्थिति में मरम्मत के काम में कुल 47.50 लाख रुपये के बजट का आंकलन कर प्रस्ताव बनाया गया है। जल संस्थान ने यह प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया है। अफसर जल्द ही प्रस्ताव स्वीकृति के साथ धन आवंटन की उम्मीद जता रहे हैं।

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गर्मी की दस्तक के साथ पानी की खपत बढ़ने लगेगी। पेयजल आपूर्ति करने वाले नलकूपों पर लोड बढ़ने व भू जल स्तर घटने से मोटरों पर दबाव भी बढ़ेगा। जिससे इनके फुंकने की संभावना अधिक रहेगी। ऐसे में जल संस्थान ने पहले से ही अपना होमवर्क पूरा कर लिया है। जल संस्थान के हल्द्वानी डिवीजन के ईई विशाल कुमार ने बताया कि पिछले सालों की तुलना कर ऐसे स्थान चिह्नित कर लिए गए हैं, जहां गर्मियों में पेयजल की समस्या गहरा सकती है। ऐसे स्थानों पर पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के लिए निजी टैंकरों को किराये पर लेना पड़ेगा। साथ ही नलकूपों की मोटर फुंकने पर पंप सेटों की लिफ्टिंग व लोअ¨रग के लिए भी बजट की जरूरत पड़ेगी। शुरुआती आंकलन कर 47.50 लाख रुपये का प्रस्ताव स्वीकृति के लिए मुख्यालय भेजा गया है। उम्मीद है कि गर्मी से पहले ही मुख्यालय बजट आवंटन कर देगा। संभावित पेयजल प्रभावित मोहल्ले

काठगोदाम नई बस्ती, राजपुरा, इंदिरानगर, उजालानगर, बंजारा बस्ती, वाल्मीकि बस्ती, वार्ड नंबर पांच व धोबी बस्ती संभावित पेयजल प्रभावित बस्तियां

गौजाजाली, कोहली कालोनी, हल्दूपोखरा नायक, भगवानपुर तल्ला, भगवानपुर जय सिंह, कठघरिया, हरिपुर नायक, छड़ायल सुयाल/नयाबाद, कमलुवागांजा, डहरिया, तल्ली हल्द्वानी, रामणी जसुवा, रामणी छोटी, हल्दूपोखरा, दरम्वाल, मानपुर उत्तर, रौतेला कालोनी डहरिया, करायल छड़ायल, करायल चतुर सिंह, जयदेवपुर, पीपलपोखरा, लामाचौड़, गुनीपुर जीवानंद, शिवपुरी कुमाऊं कालोनी, बैड़ीखत्ता, जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा, पीलीकोठी, मुखानी, सुल्तानपुर नगरी, नवाड़खेड़ा, पश्चिमी खेड़ा, हिम्मतपुल नकायल, हरिपुर ठठोला, आमखेड़ा, पनियाली, बजुनिया हल्दू, बिठोरिया नंबर एक, दो, लालडांठ, आंवलाकोट, गिनती गांव, सोनजाला, देवीरामपुर, माया रामपुर, चांदपुर, खिमुवापीपल, रानीकोटा, देवीपुरा, पांडेगांव, स्यात, फतेहपुर, बगड़ मल्ला, बगड़ तल्ला, घुघूखान। किराये पर 30 टैंकर लेंगे

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने बताया कि आबादी बढ़ने से क्षेत्र में पेयजल किल्लत होने पर विभागीय टैंकरों से वैकल्पिक व्यवस्था कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में टैंकरों को किराये पर लेकर पानी बांटा जाएगा। वर्तमान में सात टैंकर महकमे के पास हैं। इसके अलावा अधिकतम 30 टैंकर तक किराये पर लिए जाएंगे। शुरुआत में कुछ टैंकर किराये पर लिए जाएंगे। जैसे-जैसे जरूरत पड़ेगी, टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। 12 पंप सेट खरीदे, ताकि नलकूप की जल्द हो सके मरम्मत

गर्मियों में लोड बढ़ने व बिजली के उतार-चढ़ाव से नलकूपों की मोटर फुंकने की संभावना बनी रहती है। मोटर फुंकने में इसे निकालने के बाद मरम्मत के लिए भेजा जाता है। मोटर मरम्मत में तीन से पांच दिन का समय लग जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए 12 पंप सेट विभाग ने खरीदे हैं। ऐसे में मोटर फुंकने पर इसे निकालने के साथ ही दूसरा पंप सेट डालकर जल्द जलापूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। सिंचाई विभाग के 21 नलकूपों की मरम्मत करने करेगा जलसंस्थान

हाल ही में नगर निगम में शामिल इलाकों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के कई नलकूप पेयजल लाइनों से जुड़े हैं। इनमें से 21 नलकूप ऐसे हैं, जिनका अधिकांश पानी पेयजल के लिए प्रयोग होता है। ऐसे में नलकूप की मोटर फुंकने पर हजारों की आबादी में पेयजल का हाहाकार मच जाता है। सिंचाई विभाग के पास मोटर मरम्मत का दबाव अधिक होने से मरम्मत में लंबा समय लग जाता है। ऐसे में जल संस्थान ने इन 21 नलकूपों की मरम्मत खुद कराने का निर्णय लिया है। जिससे जल्द जलापूर्ति सुचारू कर लोगों की समस्या दूर की जा सके।


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