रंग ला रही जागरण की मुहिम, यात्रियों की जिंदगी बचाने को लगेंगे पैराफिट, भेजा गया सवा करोड़ रुपये का प्रस्ताव
पैराफिट को बनवाने के लिए जागरण की मुहिम परवान चढ़ती दिख रही है। ज्योलीकोट से खैरना तक के लिए करीब सवा करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर सड़क व भूतल मंत्रालय को भेजा गया है। विभागीय अधिकारियों ने दावा किया है कि प्रस्ताव को जल्द की हरी झंडी मिल जाएगी।
जागरण संवाददाता, गरमपानी (नैनीताल) : देर से ही सही पर आखिरकार एनएच विभाग ने खस्ताहालत में पड़े क्रश बैरियर की सुध ले ही ली। ज्योलीकोट से खैरना तक खस्ताहालत में पड़े सुरक्षात्मक कार्यों को दुरुस्त करने के लिए करीब सवा करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर सड़क व भूतल मंत्रालय को भेजा गया है। विभागीय अधिकारियों ने दावा किया है कि प्रस्ताव को जल्द की हरी झंडी मिल जाएगी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबे समय से जगह जगह सुरक्षित यातायात को लगाए गए क्रश बैरियर खस्ता हालत में पड़े हैं। कई जगह सुरक्षात्मक कार्य ना होने से दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में अब एनएच विभाग ने एनएच पर सुरक्षित यातायात को कदम आगे बढ़ा दिए हैं। हाईवे पर ज्योलीकोट से खैरना तक खस्ताहालत में पड़े क्रश बैरियर तथा पैराफिटो को चिन्हित कर करीब सवा करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर सड़क व भूतल मंत्रालय नई दिल्ली भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलने के साथ ही नए सिरे से एक बार फिर क्रश बैरियर व पैराफिट निर्माण किया जाएगा। जिससे दुर्घटना का खतरा कम होगा।
जगह-जगह मुंह उठाए खड़ा है खतरा
हाईवे पर खैरना, पाडली, निगलाट, रामगाढ़, दोपांखी आदि क्षेत्रो में कई जगह भूस्खलन होने व दुर्घटना होने के बाद से लंबे समय से क्रश बैरियर बदहाल हालत में पड़े हैं। रातीघाट क्षेत्र में तीखे बैंड में सुरक्षा के उपाय ना होने से कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार खतरे वाले स्थानों पर प्राथमिकता से कार्य कराया जाना है।
समस्या को लेकर जागरण ने चलाई थी मुहिम
आखिरकार "दैनिक जागरण" की मुहिम रंग ला ही गई। लंबे समय से हाईवे पर खस्ताहाल क्रश बैरियर व पैराफिटो का समाचार प्रकाशित किया जा रहा था। बार-बार आवाज उठाने के बाद आखिरकार एनएच ने खस्ता हालत में पहुंच चुके सुरक्षात्मक कार्यों के लिए प्रस्ताव बनाकर सड़क व भूतल मंत्रालय को भेज दिया है।
एनएच के सहायक अभियंता एमसी जोशी का कहना है किज्योलीकोट से खैरना तक जगह-जगह क्रश बैरियर व खस्ताहाल पड़े पैराफिट को दुरुस्त करने के लिए करीब सवा करोड़ रुपये की लागत का प्रस्ताव बनाकर सड़क व भूतल मंत्रालय नई दिल्ली भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। बजट मिलते ही कार्य शुरू कराया जाएगा।