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100 दिन बाद खुले धार्मिक स्थलों के कपाट

लॉकडाउन के 100 दिन के लंबे अंतराल के बाद व अनलॉक-टू के पहले दिन शहर के धार्मिक स्थलों के कपाट खोल दिए गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 03:31 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 06:10 AM (IST)
100 दिन बाद खुले धार्मिक स्थलों के कपाट
100 दिन बाद खुले धार्मिक स्थलों के कपाट

जागरण संवाददाता, नैनीताल : लॉकडाउन के 100 दिन के लंबे अंतराल के बाद व अनलॉक-टू के पहले दिन शहर के धार्मिक स्थलों के कपाट खोल दिए गए हैं, जिसके बाद श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। हालांकि पहले दिन कम ही श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। गुरुद्वारे में भी गुरुवाणी का पाठ किया गया।

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बुधवार को सुबह सात बजे नयना देवी मंदिर के कपाट खोले गए। मंदिर में प्रवेश और बाहर जाने के लिए अलग-अलग गेटों की व्यवस्था की गई है। भक्तों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया गया। मंदिर के अंदर शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए दूर से ही भक्तों ने मां के दर्शन किए। घंटे घडि़यालों को बजाने की अनुमति नहीं है, इसलिए इन्हें कपड़ों व बोरियों से ढका गया है। गुरुद्वारे में भी गुरुवाणी का पाठ कराया गया, जिसके बाद श्रद्धालुओं ने माथा टेका। हजूरी रागी की ओर से गुरु की महिमा का बखान किया गया।

इधर, ठंडी रोड स्थित पाषाण देवी, गोलज्यू मंदिर, शिवालय और शनि मंदिर के कपाट बंद रहे। पुजारियों ने बताया कि ठंडी रोड में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहती है। वहीं मंदिर प्रबंधन इतना समर्थ नहीं है कि सैनिटाइजेशन और अन्य व्यवस्थाएं कर पाए। उन्होंने बताया कि डीएम से इस संबंध में वार्ता के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उधर शहर की मस्जिद शनिवार से खुलेगी।

रामनगर में गिरिजा मंदिर, गुरुद्वारा व अन्य मंदिर अभी नहीं खुलेंगे। हनुमान धाम व मस्जिद खोलने से पहले उनके संचालकों को कोरोना की रोकथाम को लेकर तैयारी करनी होगी। यह निर्णय बुधवार को एसडीएम द्वारा बुलाई गई धर्मगुरुओं की बैठक में लिया गया। गिरिजा मंदिर को अब 31 जुलाई तक बंद रखने का निर्णय लिया गया।

बुधवार को एसडीएम विजयनाथ शुक्ल ने धर्मगुरुओं से कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी पर ही धर्मस्थल खोलेंगे। इसके लिए वहा आने वाले लोगों के नाम-पते रजिस्टर में दर्ज कर शारीरिक दूरी का हर हाल में पालन किया जाए। कोरोना संदिग्ध प्रतीत होने पर उसकी सूचना देनी होगी। बैठक में गिरिजा मंदिर, गुरुद्वारा व अन्य मंदिरों के संचालकों ने अभी धर्मस्थल नहीं खोलने की जानकारी दी। इसके अलावा हनुमानधाम व मस्जिद को खोलने के निर्णय पर एसडीएम ने उनके संचालकों को पहले तैयारी करने के लिए कहा। तैयारियों की पूरी जानकारी हनुमानधाम व मस्जिदों के संचालक सात जुलाई को होनी वाली बैठक में देंगे। इस दौरान गिरिजा मंदिर समिति के अध्यक्ष केसी अधिकारी, गिरिजा मंदिर के पुजारी मनोज पाडे, गुरुद्वारा कमेटी के ऑडिटर हरविंदर आनंद, हनुमान धाम के सतनाम सिंह, दिनेश अग्रवाल, शहर इमाम हसन रजा मिसवाई, मो. आमिर, कोतवाल रवि सैनी मौजूद रहे।


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