कुमाऊं विश्वविद्यालय के विकास को बना दो अरब रुपये का प्रोजेक्ट अब ठंड बस्ते में
उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रोजेक्ट को तैयार करने व एडीबी से ऋण दिलाने का भरोसा दिया था, मगर कुलपति की लगातार पैरवी के बाद भी इस प्रोजेक्ट को अब तक मंजूरी नहीं मिली है।
नैनीताल, जेएनएन : कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, परिसरों में बुनियादी सुविधाओं का विकास, हॉस्टल निर्माण समेत अन्य कार्यों के लिए बनाया गया दो सौ करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया है। उच्च शिक्षा मंत्री ने विवि में आकर जोर-शोर से इस प्रोजेक्ट को तैयार करने व एडीबी से ऋण दिलाने का भरोसा दिया था, मगर कुलपति की लगातार पैरवी के बाद भी इस प्रोजेक्ट को अब तक मंजूरी नहीं मिली है।
2017 में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशानुसार कुलपति प्रो. डीके नौडिय़ाल ने ही यह प्रोजेक्ट तैयार किया था। इसके अंतर्गत नैनीताल के डीएसबी परिसर में छात्राओं के लिए हॉस्टल, लेक्चर हॉल, भीमताल में हॉस्टल निर्माण, विवि प्रशासनिक भवन में बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाना था। कुलपति की ओर से इस प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए मंत्री के साथ ही उच्च शिक्षा सचिव स्तर पर पैरवी की गई, मगर अब तक कोई नतीजा नहीं निकला।
कोर्सों को भी नहीं मिली हरी झंडी : पिछले साल कुमाऊं विवि की ओर से डीएसबी व भीमताल में कुमाऊं में जड़ी बूटियों पर शोध एवं अध्ययन के ंिलए सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन मेडिसनल प्लांट एंड नैनो टेक्नोलॉजी, क्रिमिनोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी, फॉरेंसिक साइंस कोर्स संचालन का निर्णय लिया गया था। विवि अकादमिक परिषद व कार्य परिषद ने मंजूरी के बाद प्रस्ताव शासन को भेजा था, मगर इसे अभी तक मंजूरी नहीं मिल सकी है। डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुमाऊं विवि को 40 करोड़ का बजट उपलब्ध कराया जा चुका है, जबकि दो सौ करोड़ का प्रोजेक्ट वित्त विभाग के साथ ही एडीबी तथा भारत सरकार को भी भेजा गया है। उम्मीद है जल्द प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल जाएगी।
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