पिथौरागढ़ में ड्यूटी से गायब चिकित्सक का रोका वेतन तो ACMO को परिवार संग उठवाने की दे डाली धमकी
The doctor threatened to ACMO in Pithouragarh एक चिकित्सक बिना बताए ड्यूटी से गायब हुआ तो अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) ने उसका वेतन रोक दिया। इसे अारोपी चिकित्सक भड़क गया और एसीएमओ काे धमकी दे डाली। पुलिस ने आरोपित डाक्टर के विरुद्ध केस पंजीकृत कर लिया है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : The doctor threatened to ACMO in Pithouragarh :जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जिले के अधिकारी अपने शीर्षस्थ अधिकारियों के साथ दबंगई पर उतर आए है। ताजा मामला इसी का उदाहरण है। यहां एक चिकित्सक बिना बताए ड्यूटी से गायब हुआ तो अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) ने उसका वेतन रोक दिया। इसे अारोपी चिकित्सक भड़क गया और एसीएमओ काे धमकी दे डाली। एसीएमओ की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
11 दिनों से नहीं आ रहा था चिकित्सक
एसीएमओ डा. आरके जोशी ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि डीडीहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक डा. सलीम 17 सितंबर से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं, जबकि उपस्थिति पंजिका पर उनके हस्ताक्षर हैं। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ने वाट्सएप से इसकी जानकारी उन्हें दी।
नोटिस जारी होने के साथ रोका वेतन
एसीएमओ ने बताया कि इस पर डा. सलीम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी और डीडीहाट कोषागार को वेतन रोकने का पत्र लिखा गया।
ऑडियो रिकार्डिंग मौजूद
वेतन रोकने की कार्रवाई के बाद डा. सलीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक डा. सारवरी दामाराजू को फोन किया और एसीएमओ को गाली देते हुए जान से मारने और परिवार सहित उठा लेने की धमकी दी। डा. दामाराजू ने इसकी आडियो रिकार्डिंग उन्हें भेजी है। पुलिस ने आरोपित डाक्टर के विरुद्ध गालीगलौज व जान से मारने की धमकी का केस पंजीकृत कर लिया है।
डॉक्टरों की लापरवाही आ चुकी है सामने
पिथौरागढ़ में इससे पहले जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही का मामाल सामने आया था। करीब 10 दिन पहले जिला अस्पताल की इमरजेंसी में चार साल के बेटे का इलाज कराने पहुंचे माता-पिता को ओपीडी में भेज दिया गया था। ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए जब मां लाइन में लगी थी, तभी पिता की गोद में बेटे ने दम तोड़ दिया था। इस मामले में भी लोगों ने डॉक्टरों की लापरवाही को कारण बताया था। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इससे इन्कार किया था।