पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए टैक्सी चालकों को अनिवार्य रूप से कराना होगा कोरोना टेस्ट
पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए टैक्सी चालकों व परिचालकों को अनिवार्य रूप से कोरोना टेस्ट कराते रहना होगा। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग जागरूकता के लिहाज से खुद ही टेस्ट करवा रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रश्मि पंत ने बताया कि पर्यटकों का आवागमन बढ़ गया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए टैक्सी चालकों व परिचालकों को अनिवार्य रूप से कोरोना टेस्ट कराते रहना होगा। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग जागरूकता के लिहाज से खुद ही टेस्ट करवा रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रश्मि पंत ने बताया कि पर्यटकों का आवागमन बढ़ गया है। ऐसे में टैक्सी चालकों की वजह से कोरोना संक्रमण न फैले। इसका भी ध्यान रखना होगा। टैक्सी चालकों को लगभग 22 दिन के बाद फिर से कोरोना टेस्ट करना होगा। इसके लिए सभी टैक्सी चालकों को निर्देशित भी कर दिया गया है। डा. पंत का कहना है कि विभाग ने जागरूकता के लिए बस, टैक्सी स्टेंड पर सभी चालकों व परिचालकों का टेस्ट कराया है। साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले विभागों के मुखियाओं को भी नियमित कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
मंडी में दूसरे दिन कोरोना जांच को लगी लंबी कतार
नगर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की पहल पर टेस्टिंग प्रक्रिया तेज हो गई है। मंगलवार को भी कई विभागों में दिन भर टेस्टिंग हुई। जिले में 1621 लोगों की कोरोना जांच की गई। जहां एक दिन पहले मंडी में लोग जांच कराने को भाग रहे थे, वहीं मंगलवार को लंबी कतार लगी रही। कोरोना जांच के लिए प्रेरित करने के लिए एसडीएम विवेक राय खुद ही सुबह मंडी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि जब लोगों को जांच की अहमियत बताई गई तो सभी जांच को तैयार हो गए। दिन भर में 231 लोगों के सैंपल लिए गए। इसके अलावा आरटीओ कार्यालय में 172, नगर निगम में 84, केमू स्टेशन में 70, एसबीआइ में 60, बीएसएनल में 15 लोगों के सैंपल लिए गए। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रश्मि पंत ने बताया कि जिले में कुल 1431 लोगों की आरटीपीसीआर जांच हुई हैं। इसमें 129 लोगों की रैपिड एंटीजन टेस्ट और 61 लोगों की जांच ट्रूनेट के जरिये हुई है। वहीं महिला अस्पताल में भी एक दिन में 100 से अधिक मरीजों व तीमारदारों की सैंपलिंग हुई।