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कैबिनेट के फैसले से ऑटो-टैक्सी चालकों में मायूसी

कैबिनेट के फैसले से आटो व टैक्सी चालकों में मायूसी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 04:29 AM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 06:13 AM (IST)
कैबिनेट के फैसले से ऑटो-टैक्सी चालकों में मायूसी
कैबिनेट के फैसले से ऑटो-टैक्सी चालकों में मायूसी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कैबिनेट के फैसले से शहर के आटो व टैक्सी चालकों में मायूसी है। टैक्सी चालक केवल 30 किमी दूरी का ही किराया दोगुना करने से नाराज हैं। वहीं, ऑटो चालक किराया दोगुना करने की जगह यात्री क्षमता बढ़ाने, टैक्स व इंश्यारेंस अवधि में छूट देने की माग दोहरा रहे हैं।

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गुरुवार को कैबिनेट ने 30 किमी दूरी तक संचालित सार्वजनिक वाहनों का किराया कोरोना संक्रमण काल तक दोगुना कर दिया है। इससे शहर के तिपहिया ऑटो संचालकों को फायदा पहुंचेगा। वहीं तिपहिया ऑटो मालिक वेलफेयर समिति का कहना है कि सरकार ने किराया बढ़ाकर कोरोना संक्रमण काल में आíथक संकट से जूझ रहे लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। लोग वर्तमान निर्धारित किराया देने तक में सक्षम नहीं हैं। किराया बढ़ा तो लोग ऑटो में सफर करना बंद कर देंगे। सरकार को ऑटो चालकों को राहत देने के लिए कोरोना संक्रमण काल के टैक्स व इंश्योरेंस में छूट देकर यात्री ढोने की क्षमता को बढ़ाना चाहिए था। वहीं, टैक्सी चालकों का कहना है कि सबसे नजदीक पर्यटन स्थल नैनीताल की हल्द्वानी से दूरी भी 30 किमी से अधिक है। जबकि सरकार ने केवल 30 किमी तक चलने वाले सार्वजनिक वाहनों का किराया दोगुना किया है। यहा का टैक्सी कारोबार मैनुअल आधार पर चलता है। ऑनलाइन टैक्सी सíवस व्यवस्था का टैक्सी कारोबारियों को फायदा नहीं मिलेगा। कोरोना संक्रमण काल में सभी आíथक संकट से जूझ रहे हैं। ऑटो का वर्तमान किराया देने में तक लोग सक्षम नहीं हैं। ऐसे में यात्रियों से दोगुना किराया लेना असंभव है। सरकार को ऑटो चालकों के साथ ही लोगों के हितों का ध्यान देना चाहिए था।

- केदार पलड़िया, अध्यक्ष, तिपहिया आटो-मालिक वेलफेयर समिति हल्द्वानी सरकार ने किराया बढ़ाने के बजाय यात्रियों को बैठाने की संख्या बढ़ानी चाहिए थी। टैक्स छूट आदि मागों पर भी सरकार ने फैसला नहीं लिया। अगर किराया दोगुना लिया तो लोग ऑटो में सफर करना बंद कर देंगे।

- विजय सुयाल, उपाध्यक्ष, मंगलपड़ाव ऑटो यूनियन तिपहिया ऑटो में केवल एक सवारी बैठाने की अनुमति शासन ने दी है। ऐसे में अधिकाश संचालक ऑटो संचालन नहीं कर रहे हैं। लोग अधिक किराया देने को तैयार नहीं हैं। सरकार को जल्द यात्रियों को बैठाने की क्षमता बढ़ाने का फैसला लेना चाहिए।

- गिरीश चंद्र जोशी, कोषाध्यक्ष, मंगलपड़ाव ऑटो यूनियन दमुवाढूंगा रूट का नंबर अब तक परिवहन विभाग ने जारी नहीं किया है। प्रशासन ने बेस अस्पताल के पास से स्टैंड भी हटा दिया, लेकिन आटो संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की। किराया दो गुना करने से ऑटो कारोबारियों को कोई फायदा नहीं होगा।

- शेर सिंह बिष्ट, अध्यक्ष, दमुवाढूंगा ऑटो यूनियन हल्द्वानी से सबसे नजदीक के पर्यटन स्थल नैनीताल की दूरी भी 30 किमी से अधिक है। ऐसे में सरकार के किराया दोगुना करने का फायदा टैक्सी कारोबारियों को नहीं होगा। टैक्सी वाहनों का दो साल का टैक्स, इंश्योरेंस माफ कर यात्री क्षमता बढ़ाने पर निर्णय लेना चाहिए था।

- कुलदीप सिंह रावत, टैक्सी संचालक कोरोना की वजह से पर्यटन कारोबार बंद पड़ा है। केवल कामकाज के लिए ही लोग इधर-उधर जा रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में ऑनलाइन टैक्सी कारोबार सफल नहीं है। सरकार को यात्रियों की क्षमता बढ़ाने व टैक्स माफ करने के लिए निर्णय लेना चाहिए था।

- मनोज कुमार, टैक्सी संचालक


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