सिंघम फिल्म देखकर दर्जी ने मांगी थी साड़ी कारोबारी से डेढ करोड़ की रंगदारी NAINITAL NEWS
मुख्य बाजार के साड़ी कारोबारी पवन कुमार जैन से डेढ़ करोड़ की रंगदारी मांगने वाला कोई कुख्यात बदमाश नहीं बल्कि एक मामूली दर्जी निकला।
हल्द्वानी, जेएनएन : मुख्य बाजार के साड़ी कारोबारी पवन कुमार जैन से डेढ़ करोड़ की रंगदारी मांगने वाला कोई कुख्यात बदमाश नहीं, बल्कि एक मामूली दर्जी निकला। सिंघम फिल्म देखकर उजालानगर के इस दर्जी ने शॉर्ट कट में अमीर बनने का प्लान बनाया और दुकान के बोर्ड पर लिखे नंबर पर फोन कर उसने कारोबारी से रंगदारी मांग ली। पुलिस ने दर्जी को पकड़कर जेल भेज दिया है।
सदर बाजार में साड़ी संगम नाम से प्रतिष्ठान चलाने वाले पवन कुमार जैन से शुक्रवार को फोन पर अज्ञात व्यक्ति ने डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। यही नहीं रकम नहीं देने पर बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इससे शहर के कारोबारियों में दहशत फैल गई। कारोबारी कुख्यात बदमाशों से लेकर अंडरवल्र्ड तक के बदमाशों के फोन आने की चर्चा करने लगे। रंगदारी का मामला पुलिस तक पहुंचने पर महकमे में भी हड़कंप मच गया। जांच में जुटी पुलिस ने फोन आने वाले नंबर का पता कर लोकेशन निकाली तो वह बाजार की ही निकली। इस पर पुलिस ने एसओजी की मदद से उजालानगर निवासी उस्मान अली पुत्र कासिम अली को दबोच लिया। पूछताछ में उस्मान ने बताया कि वह फिल्मों का शौकीन है। कुछ दिन पहले उसने सिंघम फिल्म देखी थी। फिल्म में दिखाया था कि बदमाशों के फोन करने पर व्यापारी रुपये दे देते हैं। वही देखकर उसने भी अमीर बनने का सपना देखा और साड़ी संगम के लैंडलाइन नंबर पर फोन कर दिया।
जिस बुटीक में काम करता था, वहीं आती साडिय़ां
एसएसआइ विजय मेहता ने बताया कि उस्मान बद्रीपुरा के कंचन बुटीक में दर्जी का काम करता है। यहां साड़ी संगम से साडिय़ां व सूट आदि सिलने के लिए दिए जाते हैं। उस्मान ही अक्सर साड़ी व सूट लेने व छोडऩे के लिए जाता था। उसे लगता था कि साड़ी संगम का मालिक ही सबसे अमीर है और फोन कर उससे ही डेढ़ करोड़ रुपये आसानी से मिल सकते हैं।
गुरुवार को शनिबाजार में पड़ा था सिम, बहन के मोबाइल से की कॉल
उस्मान ने बताया कि गुरुवार शाम उसे शनिबाजार के पास एक सिम पड़ा मिला। उसने दोस्त के मोबाइल में डालकर सिम की जांच की तो उसके एक्टिवेटेड निकला। इस पर वह सिम लेकर घर आ गया और अगले दिन बहन के मोबाइल में सिम डालकर साड़ी कारोबारी को फोन कर दिया।
रोते पिता बोले, न बाप न दादा ने देखे इतने रुपये
नादानी भरी हरकत ने उस्मान को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। कोतवाली पहुंचे उसके पिता कासिम अली रोते हुए बोले, न कभी बाप न दादा ने इतने रुपये नहीं देखे। पता नहीं किस चीज की कमी थी इसको। एक रोटी खाकर मजदूरी कर दिन काटते हैं। कभी दो रोटी तक के लिए परिवार में किसी ने नहीं सोचा।