uttarakhand scholership scam पैसे के चक्कर में दलालों को सौंप दिया था एकेडमिक डाक्यूमेंट
एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक अब तक हुई जांच में कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें लाभार्थियों ने लालच में आकर अपने प्रमाणपत्र दलालों को दिए।
रुद्रपुर, जेएनएन : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में दलालों, शैक्षिक संस्थानों व लाभार्थियों की मिलीभगत मिलने पर परेशानी बढ़ेगी। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक अब तक हुई जांच में कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें लाभार्थियों ने लालच में आकर अपने प्रमाणपत्र दलालों को दिए। ऐसे उन्हें भी जांच के दायरे में लिया गया है।
2011-12 दशमोत्तर छात्रवृत्ति में घोटाला मिलने के बाद राज्य के 11 जिलों में एसआइटी का गठन कर जांच शुरू की गई। ऊधमसिंह नगर में भी भी छात्रवृत्ति के नाम पर बढ़ा खेल सामने आया। समाज कल्याण विभाग से मिले लाभार्थियों, बैंक, शैक्षिक संस्थानों से जुड़ी जानकारी मिलने के बाद एसआइटी ने लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन कर पूछताछ शुरू की। इस दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर एसआइटी ने 12 दलालों समेत चार शैक्षिक संस्थानों के खिलाफ जसपुर और बाजपुर में केस दर्ज कराया। इसके साथ ही जांच का दायरा जसपुर और बाजपुर से बढ़ाकर खटीमा व सितारगंज को भी शामिल कर लिया। एसआइटी सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में कई ऐसे मामले भी मिले हैं जिसमें लाभार्थियों ने पैसे की लालच में आकर दलालों को प्रमाणपत्र दे दिया। ऐसे में अब उन लाभार्थियों की भी मुश्किल बढ़़ेगी।
20 लाभार्थियों से पूछताछ
घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने जसपुर में 20 लाभार्थियों से पूछताछ की। उनके बयान भी दर्ज किए। एसआईटी अभी जसपुर, बाजपुर, खटीमा और सितारगंज में पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को जसपुर क्षेत्र में 20 लाभार्थियों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए गए।