Move to Jagran APP

SSJ campus : ड्रग्स प्रकरण सामने आने के बाद निदेशक छुट्टी पर, कुलानुशासक ने दिया इस्तीफा

बहुचर्चित पेट्रोल प्रकरण के बाद अब छात्र संघ भवन में ड्रग्स के खेल ने कुमाऊं के प्रतिष्ठित सोबन सिंह जीना (एसएसजे) विश्वविद्यालय की साख पर बट्टा लगा दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 06:05 AM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 06:05 AM (IST)
SSJ campus : ड्रग्स प्रकरण सामने आने के बाद निदेशक छुट्टी पर, कुलानुशासक ने दिया इस्तीफा
SSJ campus : ड्रग्स प्रकरण सामने आने के बाद निदेशक छुट्टी पर, कुलानुशासक ने दिया इस्तीफा

अल्मोड़ा, जेएनएन : बहुचर्चित पेट्रोल प्रकरण के बाद अब छात्र संघ भवन में ड्रग्स के खेल ने कुमाऊं के प्रतिष्ठित सोबन सिंह जीना (एसएसजे) विश्वविद्यालय की साख पर बट्टा लगा दिया है। बीते रोज भवन कक्ष का ताला तोडऩे पर वहां स्मैक में इस्तेमाल होने वाले फॉयल पेपर के कई अधजले टुकड़े व अन्य सामग्री मिलने से सकते में आए परिसर निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट जहां छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं पूरे प्रकरण से व्यथित कुलानुशासक डॉ. संजीव आर्या ने पद से ही त्यागपत्र दे दिया है। हालांकि उन्होंने इसे निजी कारण बताया। मगर सूत्र बताते है कि वजह कुछ और ही है। अलबत्ता, पांच सदस्यी कमेटी ने स्मैक के खेल से जुड़े इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

loksabha election banner

बीती सोमवार को छात्र संघ भवन के कक्ष से फॉयल पेपर व दस रुपये का रोल किया गया नोट मिला था। चूंकि बीते वर्ष एसएसजे परिसर के कुछ छात्र स्मैक की तस्करी में गिरफ्तार किए गए थे। तब पुलिस ने आशंका जताई थी कि कॉलेज के छात्र नशे की गिरफ्त में हैं। परिसर निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्टï ने इसे चिंताजनक करार देते हुए स्मैक में प्रयुक्त सामग्री मिलने पर तत्काल कमेटी गठित कर कुलानुशासक डॉ. संजीव को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने को कहा था। इधर मंगलवार से निदेशक प्रो. बिष्ट छुट्टी पर चले गए। उनसे संपर्क साधा गया पर फोन नहीं उठाया। वहीं कुलानुशासक डॉ. आर्या ने कुमाऊं विवि व एसएसजे विवि के कुलपति को इस्तीफा भेज दिया। प्रभारी निदेशक प्रो. जया उप्रेती ने कहा कि कमेटी ने जांच शुरू कर दी है।

कुलानुशासक एसएसजे विवि अल्मोड़ा डॉ. संजीव आर्या ने बताया कि मैंने निजी कारणों से कुमाऊं विवि व एसएसजे विवि के कुलपति को त्यागपत्र भेज दिया है। कुलानुशासक का पद बच्चों का कॅरियर खराब करने के लिए नहीं बल्कि भविष्य संवारने के लिए बना है। मैं व्यथित भी हूं। ड्रग्स जैसी परंपरा खतरनाक है। भविष्य बर्बाद ही होता है। शिक्षकों को बच्चों में अच्छे संस्कार व बच्चों को आने वाली पीढ़ी को अच्छा संदेश देना चाहिए।

जांच कमेटी में ये शामिल

प्रो. भीमा मनराल, डॉ. डीएस बिष्टï, डॉ. एके नवीन, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष राजन जोशी व पूर्व महासचिव आशीष पंत।

ऐसे खुला नशे का मामला

बीती सोमवार को एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने छात्र संघ का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद भवन परिसर निदेशक को न सौंपे जाने पर हंगामा काटा। भवन से सामान गायब होने का भी आरोप लगाया। तब निदेशक प्रो. बिष्टï, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. जया व कुलानुशासक डॉ. संजीव की मौजूदगी में कक्ष का ताला तोड़ा गया था। कमरे में स्मैक में प्रयुक्त फॉयल पेपर के तमाम टुकड़े मिले थे। इनमें लाइटर या माचीस की तिल्ली से जलाए जाने के निशान हैं। दस रुपये के नोट को सिगरेट की तरह रोल किया गया था, जिसे नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.