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घटिया निर्माण सामग्री से बन रहा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रॉसेसिंग प्लांट nainital news

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के तहत प्रस्तावित प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण बाउंड्रीवाल का काम शुरू होते ही विवाद में आ गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 02:11 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 02:11 PM (IST)
घटिया निर्माण सामग्री से बन रहा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रॉसेसिंग प्लांट nainital news
घटिया निर्माण सामग्री से बन रहा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रॉसेसिंग प्लांट nainital news

हल्द्वानी, जेएनएन : सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के तहत प्रस्तावित प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण बाउंड्रीवाल का काम शुरू होते ही विवाद में आ गया है। बाउंड्रीवाल के पिलरों में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। ठेकेदार ने गुपचुप तरीके से 15 पिलर खड़े कर दिए। मामला संज्ञान में आने के बाद निगम प्रशासन ने ठेकेदार के खिलाफ नोटिस जारी किया है। साथ ही पिलर ध्वस्त करने के निर्देश दिए हैं।

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गौला रोखड़ किनारे स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड व प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट किसी न किसी वजह से विवादों में रहा है। ताजा मामला निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर उठा है। ङ्क्षहदुस्तान कंसट्रक्शन के ठेकेदार ने ट्रंचिंग ग्राउंड के बाएं छोर पर घटिया निर्माण सामग्री से आरसीसी डाल दी। किसी को कानों-कान खबर न हो, इसलिए एक ही दिन में 15 पिलर की बुनियाद डाल दी। निगम सर्वेक्षक व वर्क एजेंट के निरीक्षण में इसका खुलासा हुआ है। मामला संज्ञान में आने के बाद नगर निगम ने ठेकेदार को नोटिस जारी कर निर्माण को खुद के खर्चों से ध्वस्त करने के निर्देश दिए हैं। सीएस मर्तोलिया, नगर आयुक्त ने बताया कि आरसीसी के लिए ठेकेदार को एक दिन पहले निगम को बताना होता है। इस लापरवाही के लिए ठेकेदार को नोटिस जारी करते हुए भविष्य के लिए चेतावनी दी गई है।

डेढ़ करोड़ में होना है सिविल काम

हिंदुस्तान कंसट्रक्शन को सिविल वर्क के तहत 1.5 करोड़ की लागत से प्रोसेसिंग प्लांट की बाउंड्रीवाल के साथ गार्ड रूम, ऑफिस, शेड हाउस का निर्माण करना है। इसके अलावा प्लांट के भीतर संपर्क सड़कें बनाई जानी हैं।

आरोप : घटिया ईंट, गिट्टी का इस्तेमाल

स्थानीय पार्षदों ने भी घटिया गुणवत्ता के खिलाफ आवाज बुलंद की है। सोमवार को नगर निगम दफ्तर पहुंचे पार्षद मेहबूब आलम, मो. गुफरान व लईक कुरैशी ने कहा कि बाउंड्रीवाल में घटिया गुणवत्ता की ईंट व गिट्टी का इस्तेमाल हो रहा है। क्रशर की रेत, गिट्टी के बजाय आरक्षित वन क्षेत्र से खुदाई कर निकाली जा रही सामग्री से निर्माण किया जा रहा है।

दावा : लैब में होगी ईंट, गिट्टी की जांच

गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद चौकन्ना हुए निगम अधिकारियों ने एहतियात दिखाया है। नगर निगम के सहायक अभियंता नवल नौटियाल व जेई राजेंद्र आर्य सोमवार को साइट पर डटे रहे। एई नौटियाल ने बताया कि ईंट व गिट्टी को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। जांच में पास होने के बाद ही ईट व गिट्टी का प्रयोग होगा।

लापरवाही : गलत सीमांकन की बात सही निकली

रविवार को एमएनए सीएस मर्तोलिया से पार्षदों ने बाउंड्रीवाल का सीमांकन गलत होने की शिकायत की थी। निगम की जांच में यह बात सही साबित हुई। ठेकेदार ने ट्रंचिंग ग्राउंड के बाई छोर पर बिना नापजोख के निर्माण शुरू कर दिया। दीवार को चार से 10 फीट तक बाहर बनाया गया था। सोमवार को अधिकारियों ने नए सिरे से बुनियाद खुदवाकर पिलर डलवाए।


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