स्टेडियम गेट के खिलाफ वाहन स्वामी लामबंद, छह हजार गाडि़यां गौला से बाहर नहीं निकाली
हाईवे निर्माण कर रही कंपनी को गौला से उपखनिज निकासी के लिए अलग गेट खोलने के विरोध में वाहन स्वामी लामबंद हो गए हैं।
By Edited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 05:00 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 10:53 AM (IST)
हल्द्वानी, जेएनएन : हाईवे निर्माण कर रही कंपनी को गौला से उपखनिज निकासी के लिए अलग से गेट देने का विरोध तेज हो गया है। मंगलवार को गौला में गई छह हजार गाड़ियां अंदर ही रह गई। स्टेडियम गेट बंद करने की मांग को लेकर मालिकों ने उपखनिज भरी गाड़ियों को बाहर नहीं निकलने दिया। सभी गाड़ियों को अंदर छोड़ निकासी बंद कर दी।
वहीं, बुधवार को सभी वाहन स्वामी एकजुट होकर गेट पर पंचायत करेंगे। हाईवे निर्माण करने वाली कंपनी सद्भाव को शासन ने नौ लाख घनमीटर उपखनिज देने के लिए गौलापार स्टेडियम के पास अलग से गेट दिया है। वहीं, गौला में इस साल कम उपखनिज होने का हवाला देकर वाहन स्वामी इसके विरोध में डटे हैं। मंगलवार को सभी निकासी गेटों से गाड़ियां नदी में भेजने के बाद इन्होंने बाहर नहीं निकाली। आंवला चौकी समेत अन्य गेटों पर प्रदर्शन कर शासनादेश के खिलाफ भड़ास निकाली गई। वाहन स्वामियों का आरोप है कि स्टेडियम गेट पर अवैध खनन की संभावना है। बगैर आरएफआइडी चिप लगी गाड़ी निकाली जा रही हैं। वजन में गड़बड़ी की भी पूरी आशंका है। गौला वाहन संघर्ष समिति के पम्मी सैफी ने बताया कि बुधवार को सभी गेट फिर से बंद रहेंगे। जिसके बाद स्टेडियम गेट पर धरना दिया जाएगा। वाहन स्वामियों के समर्थन में धरना देंगी इंदिरा गेट पर प्रदर्शन के बाद वाहन स्वामी एकत्र होकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के आवास पहुंचे। उन्होंने इंदिरा को समस्या से अवगत कराया। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने मौके से डीएम, वन विभाग व वन निगम के अधिकारियों से फोन पर वार्ता की। इंदिरा ने कहा कि साढ़े सात हजार वाहन स्वामी गेट के विरोध में हैं। उनके सामने रोजगार का संकट पैदा हो रहा है। नया गेट खोलने से कानून व्यवस्था बिगड़ेगी। नेता प्रतिपक्ष ने साफ कहा कि जल्द गेट बंद नहीं किया गया तो वह खुद वाहन स्वामियों के समर्थन में धरना देंगी।
इस दौरान अरशद अयूब, मनोज मठपाल, पृथ्वीराज, राजेंद्र बिष्ट, भुवन दुर्गापाल, जगदीश शर्मा, हेमंत भट्ट, नफीस चौधरी, हरीश पांडे, इमरान, नवीन भट्ट आदि मौजूद रहे। एक करोड़ दस लाख का राजस्व नहीं मिला राजपुरा, लालकुआं व हल्दूचौड़ गेट से अंदर घुसी गाड़ियां उपखनिज भरकर बाहर निकली। शेष नौ गेटों पर विरोध देखा गया। गौला से रोजाना सरकार को डेढ़ करोड़ का राजस्व मिलता है। मंगलवार को सिर्फ 40 लाख का राजस्व मिल सका।
यह भी पढ़ें : बिना बारिश के भी रिचार्ज होगी नैनी झील, आइएसडब्लूसी के साथ हुआ करार
वहीं, बुधवार को सभी वाहन स्वामी एकजुट होकर गेट पर पंचायत करेंगे। हाईवे निर्माण करने वाली कंपनी सद्भाव को शासन ने नौ लाख घनमीटर उपखनिज देने के लिए गौलापार स्टेडियम के पास अलग से गेट दिया है। वहीं, गौला में इस साल कम उपखनिज होने का हवाला देकर वाहन स्वामी इसके विरोध में डटे हैं। मंगलवार को सभी निकासी गेटों से गाड़ियां नदी में भेजने के बाद इन्होंने बाहर नहीं निकाली। आंवला चौकी समेत अन्य गेटों पर प्रदर्शन कर शासनादेश के खिलाफ भड़ास निकाली गई। वाहन स्वामियों का आरोप है कि स्टेडियम गेट पर अवैध खनन की संभावना है। बगैर आरएफआइडी चिप लगी गाड़ी निकाली जा रही हैं। वजन में गड़बड़ी की भी पूरी आशंका है। गौला वाहन संघर्ष समिति के पम्मी सैफी ने बताया कि बुधवार को सभी गेट फिर से बंद रहेंगे। जिसके बाद स्टेडियम गेट पर धरना दिया जाएगा। वाहन स्वामियों के समर्थन में धरना देंगी इंदिरा गेट पर प्रदर्शन के बाद वाहन स्वामी एकत्र होकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के आवास पहुंचे। उन्होंने इंदिरा को समस्या से अवगत कराया। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने मौके से डीएम, वन विभाग व वन निगम के अधिकारियों से फोन पर वार्ता की। इंदिरा ने कहा कि साढ़े सात हजार वाहन स्वामी गेट के विरोध में हैं। उनके सामने रोजगार का संकट पैदा हो रहा है। नया गेट खोलने से कानून व्यवस्था बिगड़ेगी। नेता प्रतिपक्ष ने साफ कहा कि जल्द गेट बंद नहीं किया गया तो वह खुद वाहन स्वामियों के समर्थन में धरना देंगी।
इस दौरान अरशद अयूब, मनोज मठपाल, पृथ्वीराज, राजेंद्र बिष्ट, भुवन दुर्गापाल, जगदीश शर्मा, हेमंत भट्ट, नफीस चौधरी, हरीश पांडे, इमरान, नवीन भट्ट आदि मौजूद रहे। एक करोड़ दस लाख का राजस्व नहीं मिला राजपुरा, लालकुआं व हल्दूचौड़ गेट से अंदर घुसी गाड़ियां उपखनिज भरकर बाहर निकली। शेष नौ गेटों पर विरोध देखा गया। गौला से रोजाना सरकार को डेढ़ करोड़ का राजस्व मिलता है। मंगलवार को सिर्फ 40 लाख का राजस्व मिल सका।
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