पहाड़ के गांवों को गोद लेकर संगीत व खेल प्रतिभाओं को निखारेंगे गायक बीके सामंत
गायक बीके सामंत और उनकी टीम उत्तराखंड की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने एवं गांवों में रोजगार के अवसर जुटाने की पहल करने जा रही है। शुरुआत में कुमाऊं व गढ़वाल के पांच-पांच गांवों को गोद लेकर काम शुरू किया जाएगा। गांवों के नाम जल्द ही फाइनल होंगे।
हल्द्वानी, जेएनएन : गायक बीके सामंत और उनकी टीम उत्तराखंड की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने एवं गांवों में रोजगार के अवसर जुटाने की पहल करने जा रही है। शुरुआत में कुमाऊं व गढ़वाल के पांच-पांच गांवों को गोद लेकर काम शुरू किया जाएगा। गांवों के नाम जल्द ही फाइनल होंगे।
बुधवार को हल्द्वानी पहुंचे गायक बीके सामंत ने तिकोनिया स्थित होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि संगीत, उद्योग व खेलों में नाम कमाने वाले कई उत्तराखंड वासियों ने गढ़वाल कुमाऊं वारियर्स उत्तराखंड फाउंडेशन की शुरुआत की है। संस्था सिलसिलेवार तरीके से गांवों का चयन तक उन्हें विकसित करने का काम करेगी।
पलायन कर चुके लोगों को साल में कम से कम 15 दिन बच्चों के साथ गांव में समय बिताने और गैर पहाड़ी मित्रों को अपने गांव, जिले की खूबी के बारे में बताकर उन्हें गांव आने के लिए प्रेरित करेंगे। प्रत्येक कक्षा के तीन बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च उठाएंगे। एथलेटिक्स खेलों में रुचि रखने वाले बच्चों की प्रतिभा निखारी जाएगी। इस दौरान शैलेंद्र दानू, नीरू बोरा, भूपेंद्र दानू, भूपेंद्र कोरंगा, राकेश दानू आदि मौजूद रहे।
चवन्नी का काम तो अठन्नी का प्रचार नहीं
बीके सामंत ने कहा कि गढ़वाल कुमाऊं वारियर्स ने विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाएं जुड़ रही हैं। प्रदेश की बेहतरी के लिए सभी मिलकर काम करेंगे। एक-दूसरे के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होगा। सामंत ने कहा कि उनकी टीम जितना काम करेगी, उतना ही प्रचारित किया जाएगा। अगर चवन्नी का काम करते हैं तो अठन्नी का प्रचार करने की नियत से काम नहीं किया जाएगा।