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हल्‍द्वानी में पांच वाहन सहित मां-बेटी को टक्कर मारकर झोपड़ी में घुसी कार

कार ने बैंक के बाहर पार्क किए गए वाहनों को जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें मां बेटी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 03:59 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 09:07 PM (IST)
हल्‍द्वानी में पांच वाहन सहित मां-बेटी को टक्कर मारकर झोपड़ी में घुसी कार
ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी की ओर से मौके पर टीम भेजी गई।

जागरण संवाददाता हल्द्वानी : रुद्रपुर से हल्द्वानी की ओर जा रही कार ने बुधवार को टांसपोर्ट नगर चौकी के पास बैंक के बाहर पार्क पांच वाहनों और दो लोगों को जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद कार सड़क के किनारे झोपड़ी में जा घुसी। कार में मौजूद पांचों सवार सुरक्षित हैं। जबकि सस्ता गल्ला विक्रेता महिला और उनकी बेटी को गंभीर चोट आई है। इन्हें इलाज के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया है। जिन वाहनों को टक्कर मारी गई, वे भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

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रुद्रपुर के आवास-विकास निवासी अभिषेक नेगी व चार अन्य सिडकुल स्थित निजी कंपनी में बतौर ट्रेनी कार्यरत हैं। अवकाश मिलने पर वह घूमने के लिए मुक्तेश्वर को निकले थे। अपराह्न करीब 1:30 बजे ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी के पास बैंक आफ बड़ौदा के बाहर कार चालक ने बाईं ओर से ओवरटेक का प्रयास किया। जगह नहीं मिलने पर ब्रेक के बजाय एक्सीलेटर दबा दिया। जिससे कार बैंक के बाहर पार्क तीन स्कूटी, एक बुलेट व एक बाइक को रौंदते हुए आगे बढ़ गई।

कार ने लालडांठ निवासी 45 वर्षीय चंपा जोशी व उनकी 21 वर्षीय बेटी मेघा जोशी को भी टक्कर मारी। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल भेजा गया। महिला के पैर पर टायर पड़ा। जबकि बेटी के सिर पर चोट है। सुशीला तिवारी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में तैनात डा. स्वप्निल ने बताया कि प्राथमिक इलाज के बाद स्वजन दोनों को निजी अस्पताल में ले गए।

दर्ज नहीं किया गया मुकदमा

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बुलेट का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया। बाइक की हेड लाइट पूरी तरह से टूट कर निकल गई। जबकि अन्य वाहनों को भी नुकसान हुआ है। पुलिस मौके पर समझौता कराने के प्रयास में लगी दिखी। वाहन चालक व अन्य लोगों का मेडिकल भी नहीं कराया गया। टीपी नगर चौकी प्रभारी सतीश शर्मा ने बताया कि समझौता नहीं हुआ तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा। कोतवाली के एसएसआइ मंगल सिंह नेगी ने बताया कि अभी तक इस मामले में तहरीर नहीं मिली है।

गमला विक्रेता की बची जान

सड़क किनारे झोपड़ी बनाकर गमला बेचने वाले विक्रेता और स्वजनों की जान दुर्घटना में बच गई। जिस समय झोपड़ी में कार घुसी, वह झोपड़ी से बाहर थे। जबकि कार की टक्कर से उनका बिस्तर व सामान मौके पर बिखर गए।


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