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केंद्र सरकार की सात सदस्यीय टीम पहुंची हल्द्वानी, देखा आपदा से हुई तबाही

शनिवार को संयुक्त सचिव गृह संजीव जिंदल के नेतृत्व में पहुंची टीम ने निरीक्षण के बाद आपदा प्रभावित योजनाओं की अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में समीक्षा की। समीक्षा दौरान क्षतिग्रस्त योजनाओं का विभागवार क्षति का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 09:38 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 09:38 PM (IST)
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खाद्यान व अन्य आवश्यक सामग्री भेजी जा रही है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। भारत सरकार की सात सदस्यीय टीम जिले में आपदा क्षति के निरीक्षण को पहुंची। टीम ने शनिवार सुबह आपदा प्रभावित तल्ला रामगढ़ का हवाई निरीक्षण कर क्षति का जायजा लिया व स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों से बात की। इसके बाद टीम ने क्षतिग्रस्त गौलापुल, इंदिरा नगर ़िद्वतीय, बिन्दुखत्ता स्थित गौला नदी से हुए नुकसान का जायजा लिया।

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शनिवार को संयुक्त सचिव गृह संजीव जिंदल के नेतृत्व में पहुंची टीम ने निरीक्षण के बाद आपदा प्रभावित योजनाओं की अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में समीक्षा की। समीक्षा दौरान क्षतिग्रस्त योजनाओं का विभागवार क्षति का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया जिले के प्राथमिक आंकलन में 236 करोड की क्षति हुई है। जिस पर संयुक्त सचिव गृह ने कहा कि विद्युत, पेयजल,सडक, संचार व्यवस्थायें प्राथमिकता से दुरूस्त किये जाएं। ताकि जनजीवन सामान्य हो सके। उन्होंने कहा कि छोटे क्षतिग्रस्त कार्यो को एडीआरएफ के मानकों के अनुसार तुरंत किये जाएं। बडे कार्य स्वीकृति के बाद शुरू किये जाएं। टीम को जिलाधिकारी ने बताया कि कई सड़कें सुचारू कर दी गई है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खाद्यान व अन्य आवश्यक सामग्री भेजी जा रही है।

संयुक्त सचिव संजीव जिन्दल ने कहा कि जहां जल भराव है उन क्षेत्रों में पानी निकालने के साथ ही  दवाओं का छिडकाव किया जाएं ताकि डेंगू व अन्य बीमारियों से बचा जा सके। बैठक में केंद्रीय टीम के सदस्य डा. विरेन्द्र सिंह, पूजा जैन, अभय, राजेश कुमार, शशि भूषण तिवारी, विरेंद्र सिंह व सचिव आपदा प्रबंधन एस मुरूगेशन, मुख्य विकास अधिकारी डा. संदीप तिवारी, परियोजना निदेशक अजय सिह, डीडीओ रमा गोस्वामी समेत कई मौजूद थे।

आपदा से हुए नुकसान का आंकलन

- लोनिवि के 93 मोटर मार्ग व 3 पुल क्षतिग्रस्त होने पर  37.29 करोड का नुकसान का आंकलन

- राष्ट्रीय राजमार्ग को 34.50 करोड, पीएमजीएसवाई के 63 सडकें क्षतिग्रस्त होने से 28.56 करोड़ नुकसान का आंकलन

- पेयजल निगम को 4.46 करोड़, सिंचाई विभाग को 47 करोड के नुकसान का आंकलन

- नलकूप विभाग के 20 पम्पों में सिल्ट आने के कारण खराब हो गये है। जिससे 90.20 लाख क्षति का आंकलन

- स्वास्थ विभाग के 12 चिकित्सालय व आवासीय भवनों के क्षतिग्रस्त होने से 1.19 करोड़ नुकसान का आंकलन

- ऊर्जा निगम के 133 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त तथा 135 किमी विद्युत लाइन टूटने से 5.72 करोड का नुकसान का आंकलन

- कृषि विभाग को 4.60 करोड़ नुकसान का आंकलन,

- उद्यान विभाग को 3.60 करोड़ नुकसान का आंकलन

- मत्स्य विभाग को 2.20 करोड़ नुकसान का आंकलन

- ग्राम विकास की 910 परिसंपत्तियों को 15.52 करोड़ नुकसान का आकंलन

- पंचायती राज विभाग को 4.90 करोड़ नुकसान का आंकलन - - पूर्ति विभाग को तीन करोड़, सहकारिता विभाग को 22 लाख के नुकसान का आंकलन

- शिक्षा विभाग के 56 विद्यालयों को 2 करोड़ 50 लाख के नुकसान का आंकलन

- बाल विकास में 39 परिसम्पत्तियों को 80 लाख व डेयरी में 35 लाख क्षति का प्राथमिक आंकलन

- वन विभाग को 1 करोड़ 40 लाख क्षति का आंकलन


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