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Uttarakhand Lockdown Day 5 : बॉर्डर पर पहुंचे सात सौ नेपाली नागरिक, अवैध मार्गों से नेपाल गए

लॉकडाउन के बावजूद मजदूरों का बाहरी राज्यों को लगातार पलायन और बाहरी प्रदेशों से बड़ी संख्या में नेपाली मूल के नागरिकों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 07:03 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 07:03 PM (IST)
Uttarakhand Lockdown Day 5 : बॉर्डर पर पहुंचे सात सौ नेपाली नागरिक, अवैध मार्गों से नेपाल गए
Uttarakhand Lockdown Day 5 : बॉर्डर पर पहुंचे सात सौ नेपाली नागरिक, अवैध मार्गों से नेपाल गए

बनबसा, जेएनएन : लॉकडाउन के बावजूद मजदूरों का बाहरी राज्यों को लगातार पलायन और बाहरी प्रदेशों से बड़ी संख्या में नेपाली मूल के नागरिकों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज बड़ी संख्या में करीब 700 नेपाली मूल के नागरिक भारत के विभिन्न प्रांतों से चंपावत जिले की सीमा जगबुड़ा पुल पर पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने उन्‍हें जगबुड़ा पुल पर ही रोक लिया है। इतनी बड़ी तादाद में लोगों के यहां पहुंच जाने से आसपास निवास करने वाले ग्रामीण भी हैरान हो गए। बाद में यह नेपाली नागरिक भारत नेपाल की खुली अंतर्राष्ट्रीय सीमा का लाभ उठाते हुए जंगलों और अवैध मार्गों से नेपाल में प्रवेश कर गए।

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सीमा पर लोगों की जांच में जुटे स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक डॉ उमर ने बताया कि रविवार को पिलर नंबर सात से गुजरने वाले वैद्य मार्ग से साठ नेपाली नागरिकों को तहसीलदार पूर्णागिरी की मौजूदगी में सीमा पर तैनात नेपाली अधिकारियों से वार्ता कर भेजा गया। इसी प्रकार नेपाल में फंसे 22 भारतीय नागरिकों को बनबसा लाया गया। इसके बाद इन सभी 22 नागरिकों की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की। जिसके बाद उन्हें अपने गंतव्य स्थानों को भेज दिया गया और हिदायत दी गई कि वह लोग घर पहुंचने पर 14 दिनों तक अपने घरों में अकेले में बंद रहें। इधर खनन के लिए बाहरी प्रदेश से आने वाले खनन मजदूरों का अपने अपने राज्यों को पलायन जारी है।

ऐसे दर्जनों मजदूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर महिलाओं और छोटे बच्चों के साथ पैदल ही अपने प्रदेशों को जाते दिखाई दिए। उनमें से एक खनन मजदूर सीतापुर निवासी राजेश ने बताया कि मजदूरों के लिए खाने पीने का कोई प्रबंध नहीं है इसलिए उनके पास सीतापुर चले जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।

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