संप्रेक्षण गृह की खिड़की की सात बाल अपराधी फरार, दो मिले
किशोर संप्रेक्षण गृह में बंद सात बाल अपराधी चौकसी को धता बताकर फिल्मी अंदाज में फरार हो गए। उन्होंने द्वितीय तल पर बने कमरे की ग्रिल व जाली उखाड़ी और फिर रजाई के कवर की रस्सी बनाकर नींचे उतरकर फरार हो गए। शाम तक दो किशोर घर लौट आए थे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कालाढूंगी रोड स्थित किशोर संप्रेक्षण गृह में बंद सात बाल अपराधी चौकसी को धता बताकर फिल्मी अंदाज में फरार हो गए। उन्होंने द्वितीय तल पर बने कमरे की ग्रिल व जाली उखाड़ी और फिर रजाई के कवर की रस्सी बनाकर नींचे उतरकर फरार हो गए। तड़के चौकीदार के रस्सी लटकी व ग्रिल, जाली टूटी देखने पर हड़कंप मचा। एसएसपी समेत फोर्स मौके पर पहुंच गया। फरार किशोरों की तलाश में पूरे दिन पुलिस व एसओजी की कई टीमें पसीना बहाते रही। शाम तक दो किशोर अपने घर लौट आए थे।
जिले की आपराधिक आपराधिक घटनाओं में लिप्त नाबालिगों को गुसाईं नगर स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में रखा जाता था। इसमें राजपुरा में रहने वाले चार किशोर तथा गौजाजाली, लालकुआं, सुभाषनगर व गैस गोदाम रोड कुसुमखेड़ा निवासी एक-एक किशोर को रखा गया था। इसमें छह चोरी व एक मादक पदार्थों की तस्करी में आरोपित हैं। सभी भवन के द्वितीय तल पर बने कमरे में थे। सुबह करीब करीब साढ़े पांच बजे चौकीदार महेंद्र पाल ने रस्सी लटकी व खिड़की टूटी देखी तो अधीक्षक विनोद कुमार को दी।
महिला कल्याण विभाग की जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन की सूचना पर एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी, एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र, सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी व हीरानगर चौकी प्रभारी राजवीर सिंह मौके पर पहुंचे। जांच में पता चला कि रस्सी के सहारे परिसर में उतरने के बाद बाहर पड़ी लकड़ी की सीढ़ी चहारदीवारी पर लगाकर बगल की गली के रास्ते फरार हुए। अधीक्षक विनोद कुमार की ओर से सातों किशोरों के विरुद्ध अभिरक्षा से फरार होने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस की टीमें फरार किशोरों को राजपुरा, लालकुआं व आसपास तलाश रही है। सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी ने बताया कि राजपुरा में रहने वाले दो किशोर शाम तक अपने घर लौट आए थे।
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