गदरपुर में विजिलेंस टीम के साथ मारपीट करने वालों पर कार्रवाई की मांग, बकाया बिल वसूली नहीं करने का सुनाया फरमान
बीते शनिवार गदरपुर में विजिलेंस टीम में शामिल जेई अविद्या सागर पाठक और लाइनमैन सतेंद्र को गृहस्वामी और उनके परिजनों ने मारपीट कर बंधक बनाया। इसकी एफआइआर हो चुकी है पर आरोपितों गिरफ्तारी की नहीं हुई है। इससे ऊर्जा निगम के फील्ड कर्मचारियों अधिकारियों में आक्रोश है।
जागरण संववाददाता, रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर) : बीती शनिवार को विजिलेंस टीम की गदरपुर में छापेमारी के दौरान गृहस्वामी और उसके परिजनों की तरफ से टीम को बंधक बनाए जाने से ऊर्जा निगम कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। मामले में एफआइआर दर्ज होने के बाद विभिन्न ऊर्जा निगम के संगठनों ने एक मंच पर आकर कार्रवाई की मांग की है। जिसके लिए सर्किल कार्यालय रुद्रपुर में धरना शुरू हो गया है।
सर्किल कार्यालय में आयोजित धरने को संबोधित करते हुए उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन के प्रमुख महामंत्री एमएन उप्रेती ने कहा कि गदरपुर में विजिलेंस टीम में शामिल जेई अविद्या सागर पाठक और लाइनमैन सतेंद्र को गृहस्वामी और उनके परिजनों ने मारपीट कर बंधक बनाया। इसकी एफआइआर हो चुकी है पर आरोपितों गिरफ्तारी की नहीं हुई है। इससे ऊर्जा निगम के फील्ड कर्मचारियों, अधिकारियों में आक्रोश है। प्रमुख महामंत्री ने जोर देकर कहा कि जब तक साथियों को न्याय नहीं मिल जाता तब तक बकाया बिजली बिल वसूली नहीं की जाएगी।
एसडीओ गदरपुर दीपक पाठक ने कहा कि कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा। कर्मचारियों को जब तक समुचित सुरक्षा नहीं मिल जाती तब तक वसूली का काम बंद रहेगा। यह हमेशा ही होता आ रहा कि छापेमारी के दौरान सुरक्षा को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं रहते। जिसका परिणाम यही है कि आए दिन टीम के साथ मारपीट, अभद्रता की घटनाएं होती रहती हैं। धरने में पॉवर इंजीनियर एससोसिएशन, अभियंता एससोसिएशन, ऊर्जा निगम ऑफीसर एससोसिएशन, संविदा कर्मचारी सांठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। ड्ढद्यद्गह्यड्ड मुख्य रूप से धरने में जेई कुलदीप सिंह, डीसी गुरुरानी, एसडीओ मनोज पांडेय, संजय कुमार, एमएन उप्रेती आदि जेई और लाइनमैन मौजूद रहे।