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स्‍कूल तो खुले पर फीस और डुअल मोड पढ़ाई ने बढ़ाई टेंशन, कई बिंदुओं पर नहीं है स्‍पष्‍टता

स्कूलों का कहना है कि आनलाइन और आफलाइन दोनों मोड में पढ़ाई करा पाना संभव नहीं हो सकेगा। इससे शिक्षकों पर दोहरा दबाव पड़ेगा। इसके अलावा फीस को लेकर भी अब तक स्थिति स्पष्ट न होने से स्कूल संचालक खासा परेशान हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 06 Feb 2021 10:08 AM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2021 10:08 AM (IST)
60 से 70 फीसद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में हैं।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : स्कूलों में कक्षा छह से नौ तक की पढ़ाई के लिए गुरुवार को शासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है, जिसमें कहा गया है कि किसी भी विद्यार्थी को भौतिक रूप से विद्यालय आने के लिए बाध्य न किया जाए। गाइडलाइन में शामिल इस बिंदु ने अधिकांश प्राइवेट स्कूलों की टेंशन बढ़ा दी है। स्कूलों का कहना है कि आनलाइन और आफलाइन दोनों मोड में पढ़ाई करा पाना संभव नहीं हो सकेगा। इससे शिक्षकों पर दोहरा दबाव पड़ेगा। इसके अलावा फीस को लेकर भी अब तक स्थिति स्पष्ट न होने से स्कूल संचालक खासा परेशान हैं। उनका कहना है कि आठ फरवरी से स्कूल खुलने के बाद भी यदि केवल ट्यूशन फीस ही ली जानी है तो ट्रांसपोर्टेशन, मेंटेनेंस, एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटी का खर्चा कैसे निकलेगा। 

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केवल आफलाइन हो पढ़ाई

शहर में सीबीएसई के अधीन संचालित हो रहे अधिकांश स्कूलों ने गाइडलाइन जारी होने के बाद अभिभावकों की राय लेनी शुरू कर दी है। कहना है कि 60 से 70 फीसद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में हैं। ऐसे में आफलाइन पढ़ाई ही होनी चाहिए। 

गाइडलाइन के कुछ मुख्य बिंदु

- अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाए

- किसी भी बच्चे को भौतिक रूप से विद्यालय आने के लिए बाध्य न किया जाए

- शारीरिक दूरी के मद्देनजर यदि जरूरी हो तो दो पालियों में स्कूल संचालित किया जाए

- जिन बच्चों के पास आनलाइन पठन-पाठन की सुविधा नहीं है, उन्हें स्कूल बुलाया जाए

- कोई विद्यार्थी आनलाइन पढऩा चाहता है तो उसे इसकी सुविधा उपलब्ध कराई जाए

इन्‍होंंने बताई परेेेेेेेशानी

हल्द्वानी पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष  कैलाश भगत का कहना है कि आफलाइन पढ़ाई को अनिवार्य किया जाना था। दोनों मोड में पढ़ाई से शिक्षकों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा। वहीं श्री गुरु तेग बहादुर सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य विजय जोशी ने बताया कि आठ अप्रैल से पढ़ाई कराने के लिए तैयार हैं। फीस को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की जानी चाहिए। बीएलएम एकेडमी के प्रधानाचार्य गायत्री कंवर ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार पढ़ाई कराने को तैयार हैं। फीस को लेकर भी जल्द आदेश जारी होना चाहिए। जस गोविन पब्लिक स्कूल के निदेशक नागेश चंद का कहना है अधिकांश स्‍कूल आफलाइन पढ़ाई के पक्ष में हैं। यदि किसी बच्चे को जरूरत पड़ी तो आनलाइन मदद की जाएगी।


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