तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली सायरा बानो को आज तक नहीं मिली भाजपा की सदस्यता
Saira Bano तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई लड़कर मुस्लिम महिलाओं की रोल मॉडल बनने बनने वाली सायरा बानो पिछले दो साल से बीजेपी ज्वाइन करने की राह देख रहीं हैं।
काशीपुर, अभय पांडेय : तीन तलाक (triple talaq) के खिलाफ लड़ाई लड़कर मुस्लिम महिलाओं की रोल मॉडल बनने बनने वाली सायरा बानो (Saira Bano) पिछले दो साल से बीजेपी ज्वाइन करने की राह देख रहीं हैं। दो साल पहले तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने दिल्ली में कहा था कि उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। लेकिन अब तक उन्हें पार्टी की सदस्यता नहीं दिलाई गई। सायरा बानो (Saira Bano) को आज भी पार्टी में ज्वाइनिंग और बुलावे का इंतजार है। चौंकाने वाली बात है कि इसं संदर्भ में उनसे बीेजेपी की ओर से कोई संपर्क तक नहीं किया गया। सायरा (Saira Bano)का कहना है कि तीन तलाक की लड़ाई में भाजपा ने जिस प्रकार से उनका साथ दिया है वह हमेशा ही बीजेपी की नीतियों पर आगे बढ़ना चाहती हैं। सक्रिय राजनीति के जरिेए वह आज भी मुस्लिम समुदाय से जुड़ी महिलाओं की बेहतरी का प्रयास करना चाहती हैं। हालांकि ज्वाइंनिग आज तक न होने पर थोड़ी निराश हैं।
देहरादून में पार्टी अध्यक्ष से मिलकर जताई थी पार्टी में आने की इच्छा
वर्ष 2018 में सायरा बानो (Saira Bano)आठ जुलाई को पार्टी के तत्कालिक अध्यक्ष अजय भट्ट से मिलकर पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई थी। इस दौरान उनके पिता इकबाल कादरी भी मौजूद रहे। इस मुलाकात में प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार मौजूद थे। सायरा के पिता बताते हैं कि उनसे कहा गया था कि दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। उस समय प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि , 'यह उन लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है जो सोचते हैं कि बीजेपी मुस्लिमों के विरोध की पार्टी है। बानो की बीजेपी में एंट्री उन लोगों के गाल पर तमाचा होगी जो हमारी पार्टी को सांप्रदायिक बताते रहते हैं। हम जनता के बीच धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करते।'
पिता का भी छलका दर्द
पिता इकबाल कादरी कहते हैं पार्टी ज्वाइन कराने की खबरें मीडिया में खूब प्रसारित हुई लेकिन असल में भाजपा ने आज तक सदस्यता नहीं दिलाई। बीजेपी से सायरा का गहरा जुड़ाव रहा है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को वह अपना आदर्श मानती हैं। राजनीति के जरिए वह तीन तलाक व अन्य कुरितियों के शिकार महिलाओं के लिए काम करना चाहती थीं, लेकिन प्रदेश स्तर तो छोड़ दें जिले स्तर के किसी बीजेपी के कार्यक्रम में भी उन्हें कभी नहीं बुलाया गया।
आप पार्टी अवसर को भुनाने में जुटी
आश्वासन के बाद भी सायरा (Saira Bano) को अब तक बीजेपी ज्वाइनिंग नहीं कराने के अवसर को आम आदमी पार्टी भी भुनाने की कोशिश कर सकती है। सायरा के पिता कहते हैं कि यह सही बात है कि कुछ पार्टी के नेता अपनी पार्टी में आने का प्रस्ताव दे रहे हैं, लेकिन सायरा फिलहाल किसी निर्णय पर नहीं पहुंची हैं। आने वाले वक्त के हिसाब से फैसला किया जाएगा। वहीं इस मामले को लेकर सांसद अजय भट्ट का कहना है कि सायरा सैद्धांतिक तौर पर बीजेपी से जुड़ी हुई हैं। ज्वाइंनिंग की जहां तक बात है जल्द ही एक औपचारिक कार्यक्रम में उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी।