यहां घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए पिलाई जाती है रम और कंबल ओढ़ाकर पैरों में बांधी जाती है गर्म पट्टी nainital news
सरोवर नगरी के बारापत्थर में घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए कंबल ओढ़ाने के साथ ही रम और गुड़ भी खिलाया जा रहा है। चिड़ियाघर में भी वन्यजीवों को ठंड से बचाने को इंतजाम किए गए है।
नरेश कुमार, नैनीताल। आपने जीव-जंतुओं को गर्मी से बचाने के लिए पंखे, फव्वारे और सर्दी से बचाव के लिए हीटर आदि के उपयोग की बात तो सुनी होगी। पर किसी जानवर को सर्दी से बचाने के लिए शराब परोसी जाती हो, उसके पैरों में गर्म पट्टी बांधी जाती हो। यह सुनने में कुछ अजीब लग सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से सच है।
जी हां, विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी नैनीताल में आजकल पड़ रही कड़ाके की ठंड से इंसान के साथ ही जानवर भी त्रस्त है। लोग ठंड से राहत के लिए हीटर और आग का सहारा ले रहे है तो वहीं जानवरों को भी ठंड से राहत देने के लिए गर्म तासीर की चीजों का सेवन करवाया जा रहा है। सरोवर नगरी के बारापत्थर क्षेत्र में घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए कंबल ओढ़ाने के साथ ही रम और गुड़ भी खिलाया जा रहा है। यहीं नहीं घोड़ों के पैरों को ठंड से बचाने के लिए गर्म पट्टी का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, चिडिय़ाघर में भी वन्यजीवों को ठंड से बचाने को इंतजाम किए गए हैं।
अंग्रेजों के समय से किया जा रहा जतन, गुड़ व अजवाइन भी खिलाया जाता
ब्रिटिश काल से ही शहर में आवागमन और घुड़सवारी के लिए घोड़ों का संचालन किया जाता था। शीतकाल में ठंड पडऩे पर अंग्रेजों द्वारा भी घोड़ों को रम का सेवन करवाया जाता था। समय बीतने के साथ ही घोड़ों की संख्या और इन पर होने वाले खर्च में भी कटौती की जाने लगी। वर्तमान में नगर पालिका द्वारा बारापत्थर घोड़ा स्टैंड के लिए पंजीकृत 94 घोड़ों के लाइसेंस जारी किए गए हैं। घोड़ा संचालकों ने बताया कि घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए शीतकाल में रम दी जाती थी। शराब महंगी होने के साथ ही यह घोड़ों की डाइट से बाहर हो गई, लेकिन बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद घोड़ों को कुछ मात्रा में शराब पिलाई जा रही है। साथ ही गुड़ और अजवाइन को इनके आहार में शामिल किया गया है। रात में घोड़ों को कंबल और कपड़े ओढ़ाए जा रहे है।
हिमालयन भालू को खिलाया जाता है शहद, ब्लोवर से दूर हो रही ठंड
चिड़ियाघर में भी प्राणियों को ठंड से बचाने के लिए जू प्रबंधन कई जतनों में जुटा हुआ है। जू में हिमालयन भालू को शहद खिलाया जा रहा है। वही रेड पांडा और बाघ की ठंड ब्लोवर से दूर की जा रही है। जू प्रभारी ममता चंद ने बताया कि पक्षियों को ठंड से बचाने के लिए बाड़ों में तिरपाल लगाई है। साथ ही अन्य पशुओं को गर्म तासीर और अधिक प्रोटीन युक्त भोजन दिया जा रहा है।
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