रिची थापल पंपिंग पेयजल योजना का शुरू न होने से करीब 24 गांवों में पानी की परेशानी, पुनर्निर्माण को अधिकारियों के चक्कर काट रहे ग्रामीण
ताड़ीखेत तथा बेतालघाट ब्लॉक से सटे करीब दो दर्जन से अधिक गांवों को रिची थापल पंपिंग पेयजल योजना से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। योजना कई वर्ष पुरानी हो जाने से जगह-जगह लाइन क्षति ग्रस्त होने से ग्रामीणों को समुचित पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाती।
जागरण संवाददाता, रानीखेत/गरमपानी (नैनीताल) : रिची थापल पेयजल योजना का पुनर्निर्माण कार्य शुरू न होने पर संघर्ष समिति ने नाराजगी जताई है। संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौप कार्य जल्द शुरू किए जाने की मांग की है। दो टूक चेतावनी दी कि यदि हिलाहवाली की गई आंदोलन किया जाएगा। ताड़ीखेत तथा बेतालघाट ब्लॉक से सटे करीब दो दर्जन से अधिक गांवों को रिची थापल पंपिंग पेयजल योजना से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। योजना कई वर्ष पुरानी हो जाने से जगह-जगह लाइन क्षति ग्रस्त होने से ग्रामीणों को समुचित पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पाती।
ऐसे में कुछ माह पूर्व धूराफाट संघर्ष समिति के बैनर तले बलियाली, हिडा़म, चापड़, लोधियाखान, सुखौली, कालाखेत, जालीखान आदि तमाम गांवों के ग्रामीण आंदोलित हो उठे। पेयजल लाइन को दुरुस्त करने की मांग उठाई गई। आंदोलन को क्रमिक अनशन तक जा पहुंचा तब नैनीताल जल संस्थान, रामनगर जल निगम तथा रानीखेत प्रशासन सख्ते में आ गया। योजना के पुनर्निर्माण के लिए 2.86 करोड रुपये की स्वीकृति मिली। तब जाकर ग्रामीणों का आंदोलन समाप्त हुआ। अब एक बार फिर ग्रामीणों का पारा चढ़ने लगा है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि काफी समय बीत जाने के बावजूद योजना का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा। मामले को लेकर संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन पांडे ने पदाधिकारियों के साथ मिल एसडीएम अपूर्वा पांडे को ज्ञापन सौंपा। कहा कि लंबे समय से धनराशि स्वीकृत होने के बावजूद कार्य शुरु नहीं किया जा रहा। दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द पुनर्निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।