रीविजटिंग गांधी : आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए अनाशक्ति आश्रम से निकली पदयात्रा
अनाशक्ति आश्रम कौसानी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि यहीं पर राष्ट्रपति महात्मा गांधी ने अनाशक्ति योग की टीका लिखने की शुरुआत की। इसीलिए यह अनाशक्ति आश्रम कहलाया। रिविजिटिंग गांधी कौसानी से बागेश्वर यात्रा की अनाशक्ति आश्रम से शुरुआत की गई।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कौसानी अनाशक्ति आश्रम से तीन दिवसवीय पदयात्रा का शुभारंभ सोमवार को हो गया है। गरुड़, गागरीगोल में गांधी की प्रतिमा के समक्ष कार्यक्रम आयोजित किए गए। पदयात्रियों को स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वाधान में अनाशक्ति आश्रम कौसानी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि यहीं पर राष्ट्रपति महात्मा गांधी ने अनाशक्ति योग की टीका लिखने की शुरुआत की।
इसीलिए यह अनाशक्ति आश्रम कहलाया। रिविजिटिंग गांधी: कौसानी से बागेश्वर यात्रा की अनाशक्ति आश्रम से शुरुआत की गई। कौसानी से होते हुए यात्रा गरुड़ के गांधी चबूतरे पर पहुंची। यहां पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि साल 1929 में इसी स्थान पर बैठकर गांधी जी ने कत्यूर की जनता को संबोधित किया। गांधीजी की प्रेरणा से कत्यूर के कई लोग आजादी के आंदोलन में कूद गए। इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को सम्मानित किया गया।
इसके बाद यात्रा गागरीगोल पहुंची और यहां गांधीजी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए और क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को सम्मानित करते हुए उनके योगदान को याद किया गया।
इस मौके पर कौसानी में मुख्य वक्ता नीमा बहन, गरुड़ में मुख्य वक्ता गोपाल दत्त भट्ट, प्राचार्य डा. शैलेंद्र धपोला, समनवयक रवि कुमार जोशी, संदीप कुमार जोशी, डा. कुंदन सिंह रावत, डा. राजीव जोशी, प्रेम सिंह मावड़ी, डा कैलाश प्रकाश चंदोला, दया सागर, किशन सिंह मलड़ा, गोपाल दत्त भट्ट, नीमा बहन, बीईओ उम्मेद सिंह रावत, डीएस पछाई, मोहन जोशी, केदार सिंह, कनौली आदि मौजूद थे।