नेवी से रिटायर व्यक्ति ने टैक्सी चालक की बेरहमी से की हत्या, जानिए कारण
दमुवाढूंगा (चंबल पुल) के पास बुधवार रात नेवी से रिटायर एक व्यक्ति ने टैक्सी संचालक की धारदार हथियार से निर्मम तरीके से हत्या कर दी।
हल्द्वानी, जेएनएन : दमुवाढूंगा (चंबल पुल) के पास बुधवार रात नेवी से रिटायर एक व्यक्ति ने टैक्सी संचालक की धारदार हथियार से निर्मम तरीके से हत्या कर दी। दोपहर में खेत में गाय के घास चरने को लेकर दोनों में विवाद हुआ था। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया है। घटना के एसएसपी समेत अन्य अफसर भी रात में मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने हंगामा भी किया।
पुलिस के अनुसार दमुवाढूंगा में सरदार की कोठी के पास रहने वाला कृष्णा मौर्य (45) पुत्र लालता प्रसाद खुद की टैक्सी चलाता था। घर के सामने वह किसी की जमीन पर खेती भी करता था। शाम को करीब छह बजे कुछ दूरी पर रहने वाले राजेंद्र नामक व्यक्ति की गाय खेत में पहुंच गई। राजेंद्र नेवी से रिटायर है। गाय के खेत में घास चरने को लेकर लेकर दोनों के बीच खासा विवाद हुआ। हालांकि लोगों के बीचबचाव करने पर तब मामला शांत हो गया। बताया जा रहा है कि रात करीब साढ़े नौ बजे कृष्णा अपनी पत्नी इंदिरा के साथ घर के पास पालतू कुते को घुमाने निकाला था। इस बीच राजेंद्र भी वहां पहुंच गया। दोनों के बीच फिर से कहासुनी हुई और मामला मारपीट में बदल गया। पुलिस के मुताबिक आवेश में आकर राजेंद्र ने धारधार हथियार से कृष्णा पर एक के बाद एक कई वार कर दिए। जिससे कृष्णा का हाथ भी कटकर गिर गया। कृष्णा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना पर एसएसपी सुनील कुमार मीणा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों व आसपास के लोगों से घटना के बाबत जानकारी जुटाई। एसओ मुखानी नंदन रावत ने बताया कि आरोपित को हिरासत में लिया गया है।
आरोपित राजेंद्र ने गले, हाथ से लेकर अन्य जगह लगातार वार किए
चंबल पुल के पास बुधवार शाम एक मामूली विवाद इतना बढ़ा कि तीन बच्चों के सिर से पिता का साया उठने के साथ सुहागन की मांग का सिंदूर भी उजड़ गया। कृष्णा की पत्नी इंदिरा घर के बाहर सड़क पर खड़े होकर चिल्लाती रही लेकिन राजेंद्र का दिल नहीं पसीजा। उसके सिर पर तो मानों भूत सवार था। एक के बाद एक वह टैक्सी संचालक के शरीर पर वार करता रहा। हालांकि फरार होने से पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।पड़ोसियों की माने तो आरोपित राजेंद्र की मोहल्ले में पतंजलि उत्पादों की दुकान भी है। उसके घर के पीछे खेत है। उसके बाद कृष्णा का मकान पड़ता है। खेत में गाय आने पर जब कृष्णा ने विरोध किया तो दोनों के बीच तीखी बहस हुई। राजेंद्र ने तभी उसे देख लेने व जान से मारने की धमकी भी दी। रात को रोजाना की तरह खाना खाने के बाद पति-पत्नी कुत्ते को लेकर सड़क तक पहुंचे तो राजेंद्र भी आ धमका। पत्नी का आरोप है कि बगैर कुछ कहे उसने चापडऩुमा हथियार से वार करना शुरू कर दिया। गले, कमर व मुंह पर भी वार किया। इंदिरा ने पति को बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन कुछ नहीं कर सकी। इस बीच तेज वार से कृष्णा का सीधा हाथ भी कटकर गिर गया। शोर मचाने पर राजेंद्र मौके से फरार हो गया। तब तक टैक्सी संचालक की मौत हो चुकी थी।
हाथ ढूंढों फिर उठेगी लाश
कृष्णा की हत्या के बाद परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने खेत में लाश रख हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने साफ कहा कि जब तक कटा हाथ नहीं मिलेगा। लाश को उठने नहीं देंगे। दो घंटे तक टार्च व मोबाइल की रोशनी में पुलिस खेत से लेकर झाडिय़ों तक तलाशती रही। उसके बाद कटा अंग मिला।
सेंकेंड भर के गुस्से ने साल में दूसरी जान ली
बुधवार रात हुई घटना के पीछे कोई बड़ी वजह नहीं बल्कि क्षण भर का गुस्सा था। करीब एक साल पहले इसी तरह कालाढूंगी रोड पर युवा मोबाइल कारोबारी का मर्डर हुआ था। मोबाइल रिपयेङ्क्षरग के विवाद को लेकर रिटायर सैन्यकर्मी ने कारोबारी को लाइसेंसी हथियार से मौत के घाट उतार दिया।
एसपी, सीओ व कोतवाल पहुंचे
पुलिस के मुताबिक रात 11.40 मिनट पर उन्हें घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद एसएसपी सुनील कुमार मीणा, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ दिनेश चंद्र ढौंडियाल, कोतवाल विक्रम राठौड़, एसओ मुखानी नंदन रावत, एसओ काठगोदाम कमाल हसन, लामाचौड़ चौकी इंचार्ज महेश जोशी व अन्य पुलिसकर्मी भी पहुंच गए। घंटों तक वह खेत में हथियार ढूंढते रहे। हालांकि रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ा।
साब! इन हत्याओं का खुलासा कब होगा
पूनम मर्डर: शहर का सबसे चर्चित पूनम हत्याकांड पुलिस के लिए अब तक रहस्य बना है। 26 अगस्त को बदमाशों ने गोरापड़ाव स्थित घर में घुसकर निर्मम तरीकों से हत्या की थी। पांच सौ से अधिक लोगों से पूछताछ व दस राज्यों से अधिक में दबिश देने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली है।
नीरू मर्डर केस : पिछले साल मई में आरटीओ रोड निवासी बुजुर्ग नीरू शाह का गला घोंटकर घर के कमरे में हत्या हुई थी। पुलिस ने हत्यारे को ढूंढने का काफी प्रयास किया। लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। अब पुलिस इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल चुकी है।
चंदन बजवाल हत्याकांड : इस साल फरवरी में गौलापार निवासी बुजुर्ग काश्तकार चंदन बजवाल की घर के आगे स्थित नलकूप में लाश मिली थी। गला घोंटकर उनका मर्डर हुआ था। पुलिस का जल्द खुलासा करने का दावा तीन महीने बाद भी पूरा नहीं हो सका।
देवनगर में ट्रिपल मर्डर ने हिलाया था : जनवरी में भीमताल क्षेत्र स्थित देवननगर के जंगल में महिला, किशोरी व डेढ़ साल की मासूम का शव पहाडिय़ों में मिलने से सनसनी फैल गई थी। एक ही परिवार के तीन लोगों को हत्यारे ने खत्म किया था। हालांकि बाद में घटना का खुलासा हो गया था।
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