ढिकाला जोन में रात्रि विश्राम बंद करने का सुझाव कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने शासन को भेजा NAINITAL NEWS
विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला पर्यटन जोन में रात्रि विश्राम को बंद किए जाने का सुझाव कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने शासन को भेज दिया है।
रामनगर, जेएनएन : विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला पर्यटन जोन में रात्रि विश्राम को बंद किए जाने का सुझाव कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने शासन को भेज दिया है। सीटीआर के निदेशक संजीव चतुर्वेदी ने बताया कि देश के किसी भी पार्क में पर्यटकों के लिए कहीं भी रात्रि विश्राम की व्यवस्था नहीं है। इस आधार पर कॉर्बेट के ढिकाला जोन में रात्रि विश्राम को बंद किए जाने का सुझाव दिया गया है।
निदेशक चतुर्वेदी ने कहा कि धनगढ़ी और बिजरानी गेट के बाहर रामनगर वन प्रभाग की भूमि पर 30 से 40 हट/कक्ष का निर्माण कराया जा सकता है। जिसमें रात्रि विश्राम में पर्यटकों को सुविधा मिलेगी। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजे गए सुझाव में यह भी कहा गया है, कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ढिकाला जोन में डे विजिट ओर फुल डे विजिट कराया जा सकता है। जिससे अधिक राजस्व की प्राप्ति की जा सकती है। कहा कि बिजरानी के आमडंडा और छोटा पनोद नाले में नया गेट खोला जाना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि पहले यदि पर्यटक पार्क नहीं आ पाता था तो उनका पैसा वापस नहीं होता। लेकिन अब एनआइसी को कहा गया है कि पार्क के सॉफ्टवेयर में अपलोड करें कि 24 घंटे में अगर कोई बुकिंग कैंसिल करता है तो उसके खाते में रेलवे की तर्ज पर पैसा मिल जाएगा।
जिप्सी कि संख्या सात सौ होगी
पीक सीजन में जिप्सी न मिलने से पर्यटक परेशान रहते थे। अब 260 की जगह 700 जिप्सी किए जाने की व्यवस्था पर भी गौर किया गया है । ताकि पर्यटक से मनमाने दाम न वसूले जाए और जिप्सियों की भी कमी न होने पाए। जिप्सी चालकों से एक हजार रुपये का बांड भरवाया जाएगा। पर्यटक के भ्रमण के दौरान यदि जिप्सी चालक गड़बड़ी करते है तो बांड की राशि को जब्त कर लिया जाएगा। यदि उसका काम ठीक रहा, तो सीजन के अंत मे बांड की राशि उसे लौटा दी जाएगी।
आंदोलन की दी धमकी
हरिमान सिंह अध्यक्ष होटल एसोशिएशन रामनगर ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में रात्रि विश्राम सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के तहत 2023 तक खोला गया है। यदि होटलों व रिसॉट्र्स पर सेस लगाया तथा कॉर्बेट पार्क को बंद करने का प्रयास किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। यह फैसला कार्बेट व्यवसायियों के हित में नहीं है। वहीं मदन जोशी अध्यक्ष, कॉर्बेट जिप्सी कल्याण समिति ने कहा कि कॉर्बेट पार्क में रात्रि विश्राम पर्यटन की रीढ़ है। इसे बंद करने का जो प्रस्ताव भेजा गया है। उस पर दोबारा विचार करने के लिए निदेशक से अनुरोध किया जाएगा।
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