Uttarakhand: रामनगर में बरसाती नाले में पलटी यात्रियों से भरी बस, मौत को नजदीक देख सहमे लोग
Ramnagar Bus Accident बस की खिड़कियों के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया। बस में दो बच्चे भी सवार थे लेकिन सभी को नाले से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसे के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच उठी।
वर्षा के चलते आसपास के नदी-नाले उफान पर थे
फरिश्ते से कम नहीं थे यात्रियों को बचाने वाले लोग
डौनपरेवा जा रहे बस सवार लोगों ने मौत को बेहद नजदीक से देखा। बस में फंसे यात्री मदद के लिए चीखते चिल्लाते रहे। तभी आसपास के करीब दो दर्जन लोग यात्रियों के लिए भगवान के रूप में सामने आए। नाले में बस पलटने के करीब 10 मिनट तक यात्री बस में ही फंसे रहे। वहां मदद को पहुंचे लोगों ने खिड़की के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला।
सूचना देरी से मिलने की वजह से पुलिस प्रशासन मदद के लिए यात्रियों तक नहीं पहुंच पाया। काफी देर तक यात्री सहमे नजर आए। यात्रियों के मुताबिक बस चालक योगेश कुमार उफनाए नाले में पानी के बहाव को भांप नहीं सका। नतीजतन बस अनियंत्रित होकर नाले में पलट गई। इससे नाले के दोनों छोर पर खड़े ग्रामीण व अन्य लोगों में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि बस जिस ओर गिरी वहां पर पानी का बहाव कम था।
आनन फानन में बस चालक-परिचालक व कुछ यात्री शीशा तोड़कर बस के ऊपर खड़े हो गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बिना संसाधन के बस के समीप पहुंचकर यात्रियों को हाथ पकड़कर सुरक्षित जगह तक पहुंचाया। इस बीच कई यात्री पलटी बस के ऊपर ही खड़े रहे। यदि बर फिर पलटी मारती तो कई यात्री पानी के तेज बहाव में बह जाते।
इस घटना के बाद यात्रियों के चेहरों पर काफी देर तक दहशत दिखी। यात्रियों का कहना था कि उनके लिए मददगार भगवान बनकर आए। हालांकि सूचना मिलते ही दमकल के कई कर्मचारी, पुलिस कर्मी, तहसीलदार, पटवारी मौके पर पहुंच गए थे। लेकिन पानी का बहाव इतना ज्यादा बढ़ गया था कि वह घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाए।