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राकेश टिकैत ने कहा, टैंक, ट्रैक्टर और ट्विटर से ही बचेगा देश, साथ आएं युवा

भारतीय किसान यूनियन के राष्‍ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि टैंक ट्रैक्टर और ट्विटर से ही देश बचेगा। किसान का असली टैंक उसका ट्रैक्टर है। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाए। जब तक तीनों संशोधित कृषि कानून वापस नहीं होंगे किसान आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 08:24 AM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 11:07 AM (IST)
राकेश टिकैत ने कहा, टैंक, ट्रैक्टर और ट्विटर से ही बचेगा देश, साथ आएं युवा
राकेश टिकैत ने कहा, टैंक, ट्रैक्टर और ट्विटर से ही बचेगा देश, साथ आएं युवा

खटीमा, संवाद सहयोगी : भारतीय किसान यूनियन के राष्‍ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि टैंक, ट्रैक्टर और ट्विटर से ही देश बचेगा। किसान का असली टैंक उसका ट्रैक्टर है। सरकार एमएसटी पर कानून बनाए। जब तक तीनों संशोधित कृषि कानून वापस नहीं होंगे, किसान आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। यह लड़ाई फसल एवं नस्ल की है। इस आंदोलन को युवाओं का साथ चाहिए।

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उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा से सटे मझोला में स्थित गगन पैलेस में किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि देश का जो युवा बार्डर पर सेना में है, वह मजबूती से टैंक चलाने का काम करे, जिसने वर्दी पहनी वह ड्यूटी करे। जब वह अपने घर जाए अपने ट्रैक्टर को मजबूती से संभाल कर रखे। कहीं पर भी इसकी जरूरत पड़ सकती है। ट्रैक्टर ही किसान का टैंक है। जो बच्चे मोबाइल चलाते हैं, वे ट्विटर चलाए। टैंक, ट्विटर, ट्रैक्टर से ही देश बचेगा।

किसानों से सस्ते में उपज क्रय कर उसे एमसटी पर बेचा जा रहा है। मक्का, धान, गेहूं, गन्ने का वाजिब मूल्य किसानों को नहीं मिल रहा है। सरकार गांव-गांव शराब की दुकान तो खोल रही है, परंतु स्कूल नहीं खोलती। देश को अनपढ़ व बेरोजगार बनाया जा रहा है। अब बड़ी-बड़ी कंपनियों की नजर साप्ताहिक बाजारों पर है। अब इन्हें बंद किया जाना है। ऐसा कर करीब 4.50 करोड़ लोग बर्बाद हो जाएगें। उन्होंने कहा कि बीज बिल सरकार ने सदन में रखा हुआ है, यदि किसान आंदोलन न होता तो अब तक पास हो चुका होता। 11 साल से बंद मझोला चीनी मिल बंद की सुध सरकार ने नहीं ली। इस वजह से हजारों लोग बेरोजगार हो गए। इस दौरान उन्होंने मझोला में संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय का शुभारंभ किया। वहीं, किसानों ने जगह-जगह उनका फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया।

संचालन मनप्रीत सिंह ने किया। इस मौके पर यूनियन के जिलाध्यक्ष गुरुसेवक सिंह, जसविंदर सिंह पप्पू, हरप्रीत सिंह, गगन सिंह, सर्वजीत सिंह, अमरजीत सिंह, अवतार सिंह, जसपाल सिंह, मंजीत सिंह, नवदीप सिंह, महेश सिंह, कमलजीत सिंह, मोले सिंह, देवेंद्र सिंह, सुखविंदर सिंह पंधेर, सानू, लक्की, सतनाम सिंह, गुरप्रीत सिंह, दिलप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह आदि मौजूद थे।

जमौर, प्रतापपुर में भी की सभाएं

भाकियू के राष्‍टीय प्रवक्ता टिकैत ने जमौर, प्रतापपुर में यूनियन के जिलाध्यक्ष गुरुसेवक सिंह के आवास पर पहुंच किसानों की समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने सभी से इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने का आह्वïान किया।

भीड़ देख हुए गदगद

मझोला में आयोजित सभा में उमड़े किसानों को देख टिकैत गदगद दिखे। उन्हें किसानों को गगन पैलेस में संबोधित करना था, परंतु भीड़ को देख उन्होंने मुख्य चौक पर ही अपना संबोधन शुरू कर दिया।

दोनों प्रदेशों के पुलिस कर्मी रहे तैनात

सीमा पर होने वाले भाकियू के कार्यक्रम को लेकर उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पुलिस कर्मी बड़ी संख्या में तैनात रहे।


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