राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने आलवेदर रोड को लिपुलेख तक निर्माण करने की उठाई मांग
टम्टा सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। आलवेदर रोड पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि यह सड़क टनकपुर से पिथौरागढ़ तक बनाई जा रही है जबकि पिथौरागढ़ से लिपुलेख-गुंजी तक के अति महत्वपूर्ण हिस्से को इससे वंचित रखा गया है।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने सीमांत जिला पिथौरागढ़ में सड़क, रेल, हवाई सेवा, शिक्षा आदि मुद्दों को लेकर केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधा। कहा कि भाजपा सरकार में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए हैं। टम्टा सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। आलवेदर रोड पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि यह सड़क टनकपुर से पिथौरागढ़ तक बनाई जा रही है, जबकि पिथौरागढ़ से लिपुलेख-गुंजी तक के अति महत्वपूर्ण हिस्से को इससे वंचित रखा गया है।
केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए इस सड़क को सामरिक महत्व की बता रही है। ऐसा है तो सड़क को तिब्बत सीमा तक क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है। हवाई सेवा को लेकर सांसद ने कहा कि नैनीसैनी हवाई पट्टी को अभी तक उड़ान योजना का हिस्सा नहीं बना पाई है। राज्य सरकार ने हवाई सेवा को लेकर एक ऐसी कंपनी को ठेका दिया जो ब्लेक लिस्टेड है। रेल सेवा को लेकर टम्टा ने कहा कि पूर्व में यूपीए सरकार के शासनकाल में टनकपुर से बागेश्वर व जौलजीवी तक रेल का सर्वे कार्य किया था मगर वर्तमान की भाजपा सरकार इसे आगे नहीं बढ़ा रही है। टनकपुर से जौलजीवी सड़क निर्माण कार्य पर भी सरकार चुप्पी साधे हुए है।
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षा को लेकर राज्यसभा सांसद ने कहा कि सीमांत जिले में कई ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं। जहां स्मार्टफोन हैं, वहां संचार सेवा नहीं है। सरकार ने कोरोना से शिक्षा पर पड़े विपरीत प्रभाव को लेकर अभी तक कोई प्लानिंग नहीं की है। प्रदेश में सीएम के चेहरे को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पहली पसंद बताया। वार्ता के दौरान कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मयूख महर, जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, विधायक धारचूला हरीश धामी, पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश पंत, रेवती जोशी, प्रदीप पाल मौजूद रहे।
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