Butterfly Festival तितली महोत्सव के दूसरे दिन घने जंगलों के बीच देखा तितलियों का इंद्रधनुषी संसार nainital news
रामनगर में चल रहे तितली महोत्सव के दूसरे दिन देश के विभिन्न स्थानों से आए तितली विशेषज्ञों एवं प्रकृति प्रेमियों ने जंगल भ्रमण के दौरान तितलियों के इंद्रधनुषी संसार को निहारा।
रामनगर, जेएनएन : पवलगढ़ में चल रहे तितली महोत्सव के दूसरे दिन देश के विभिन्न स्थानों से आए तितली विशेषज्ञों एवं प्रकृति प्रेमियों ने जंगल भ्रमण के दौरान तितलियों के इंद्रधनुषी संसार को न केवल नजदीक से निहारा बल्कि अपनी जिज्ञासा भी शांत की। दूसरे सत्र में स्कूली बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित हुई।
प्रकृति ने तितली को बहुत सुंदर रंग-रूप दिया है। जीव विज्ञान में तितलियों को इन्सेक्टा वर्ग के लेपिडोप्टेरा में रखा गया है। जंगल भ्रमण के दौरान तितली विशेषज्ञ संजय सोधी ने बताया कि तितलियों के सजातीय जीव पतंगे भी इसी वर्ग में आते हैं। हमारे देश में चौदह सौ से भी ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं।
वैसे तो तितलियां व पतंगेे बाग-बगीचों यहां तक कि गमलों में लगे फू लदार पौधों के चारों ओर मंडराते हुए देखी जा सकती हैं मगर विभिन्न प्रकार की तितलियों की गतिविधियों को घने जंगलों, झीलों के इर्दगिर्द, फूलों से भरपूर घाटियों में आसानी से देखा जा सकता है।
तितली महोत्सव में दूसरे दिन विभिन्न प्रदेशों से पहुंचेे प्रकृति प्रेमियों ने सीतावनी, मोटेश्वर आदि स्थानों पर विभिन्न प्रकार की तितलियों को नजदीक से निहारा। तितली ट्रस्ट के संजय सोधी, पवलगढ़ प्रकृति प्रहरी के गाइड भाष्कर सती व मोहन पांडे ने तितलियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने तितलियों के आकर्षक चित्र कागज पर उकेरे। प्रकृति प्रेमियों से पवलगढ़ प्रकृति प्रहरी के मुख्य संरक्षक मनोहर सिंह मनराल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वन एवं पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में स्थानीय लोगों की सहभागिता जरूरी है। इस दौरान मनोज तिवारी, रमेश बधानी, बिक्की मनराल, रूपसी लटवाल आदि मौजूद रहे।
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