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कुमाऊं विश्वविद्यालय की ऑनलाइन पढ़ाई के दावे पर उठ रहे सवाल

सूत्रों के अनुसार अधिकांश प्राध्यापक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। बताते हैं की तमाम प्राध्यापक ऐसे भी हैं जो तकनीकी तौर पर दक्ष नहीं हैं इस वजह से छात्रों की जिज्ञासा का ऑनलाइन समाधान नहीं कर पा रहे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 09:12 AM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 09:12 AM (IST)
कुमाऊं विश्वविद्यालय की ऑनलाइन पढ़ाई के दावे पर उठ रहे सवाल
कुमाऊं विवि के भीमताल, नैनीताल डीएसबी परिसर में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है।

जागरण संवाददाता, नैनीताल। कुमाऊं विवि ने अपने तीनों परिसरों में कोविड काल में करीब 80 फीसद छात्रों के ऑनलाइन पढ़ाई में हाजिर रहने का दावा किया है। विवि की रिपोर्ट में यह भी दावा किया है कि हर विभाग की कक्षाओं में डिजिटल माध्यम से पढ़ाई हो रही है। कुलपति प्रो एनके जोशी ने ऑनलाइन पढ़ाई की मॉनिटरिंग के लिए डॉ कुमुद उपाध्याय को समन्वयक बनाया है। मगर तमाम प्राध्यापकों के तकनीकी रूप से दक्ष नहीं होने विवि  दावे पर सवाल हैं। विवि के कुलपति की ओर ऑनलाइन पढ़ाई की मॉनिटरिंग के लिए एक प्राध्यापक की जिम्मेदारी तय की है।

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कोरोना की दूसरी लहर तेज होने के बाद से डिग्री कॉलेजों में अवकाश घोषित किया गया है। इसके बाद से कुमाऊं विवि के भीमताल, नैनीताल डीएसबी परिसर में स्नातक, स्नातकोत्तर तथा व्यावसायिक कक्षाओं की ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। 11 मई को स्नातकोत्तर कला संकाय की प्रो नीता बोरा शर्मा के एमए चतुर्थ सेमेस्टर में दोपहर की क्लास में 46 में से सिर्फ आठ,  द्वितीय सेमेस्टर में सुबह सवा दस बजे से तय क्लास में 66 में से मात्र 14, बीए द्वितीय सेमेस्टर में 571 में से 51, चतुर्थ सेमेस्टर में 320 में से 284, छटे सेमेस्टर में तीन सौ में से 284,  दस मई को कला वर्ग की स्नातक व स्नातकोत्तर कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति 80 फीसद तक रही है।

सूत्रों के अनुसार अधिकांश प्राध्यापक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। बताते हैं की तमाम प्राध्यापक ऐसे भी हैं, जो तकनीकी तौर पर दक्ष नहीं हैं, इस वजह से छात्रों की जिज्ञासा का ऑनलाइन समाधान नहीं कर पा रहे हैं। कुलपति प्रो जोशी के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई में दिनोंदिन छात्रों की रुचि बढ़ रही है। इसकी नियमित तौर पर मॉनिटरिंग की जा रही है।

आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन केंद्र के सह निदेशक डॉ कुमुद उपाध्याय ने बताया कि आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन केंद्र द्वारा रोजाना सूचना कुलपति को उपलब्ध कराई जाती है। इसके अतिरिक्त छात्रों को असाइनमेंट आदि भी नियमित रूप से दे कर उनका मूल्यांकन भी शिक्षकों द्वारा किया जाता है। गत कोविड काल में भी इसी पद्दति से शिक्षण कार्य किया गया था, तभी कुमांऊ विश्वविद्यालय समय से सेमेस्टर परीक्षा करवा सका। वर्तमान में प्रो अतुल जोशी के निर्देशन में अब तक सम्पन्न हो चुकी परीक्षा  का मूल्यांकन कार्य भी करवाया जा रहा था।

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