दिल्ली से नैनीताल पहुंची फिटनेस ट्रेनर काे ग्रामीण के विरोध के बाद किया क्वारंटाइन
कोरोना संक्रमण का डर लोगों के दिलों में इस कदर घर कर गया है कि दिल्ली से शहर के समीपवर्ती भलयूटी गांव अपने दोस्त के वहां पहुंची महिला का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया।
नैनीताल, जेएनएन : कोरोना संक्रमण का डर लोगों के दिलों में इस कदर घर कर गया है कि दिल्ली से शहर के समीपवर्ती भलयूटी गांव अपने दोस्त के वहां पहुंची महिला का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। गांव आने पर मना करने से महिला ने हंगामा कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस काे सूचना दी। पुलिस की मदद से महिला का स्वास्थ्य परीक्षण कर सूखाताल टीआरसी में क्वारनटाइन कर दिया गया है। मूल रूप से नोएडा निवासी महिला शुक्रवार शाम भलयूटी अपने दोस्त के घर पहुंची। कोरोना संक्रमण के डर के चलते मकान मालिक ने महिला को घर पर रुकने से मना कर दिया। महिला ने इसका विरोध किया। मामला बढ़ा तो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। एसओ विजय मेहता अन्य पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे लेकिन महिला पुलिस से भी उलझने लगी। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत करवाया। बाद में महिला का बीडी पांडे जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कर सूखाताल टीआरसी में क्वारनटाइन कर दिया गया है।
यूपी के 217 मजदूर बागेश्वर से अपने घर रवाना
बागेश्वर : कोरोना वायरस के कारण रोजगार ठप होने से प्रवासियों के गांव वापसी का सिलसिला जारी है। दूसरी ओर काम नहीं मिलने और कोरोना संक्रमण की चिता में दूसर राज्यों के प्रवासी मजदूर लौटने लगे हैं। शनिवार को बागेश्वर से रोडवेज की नौ बसों के जरिए 217 मजदूर उत्तर प्रदेश में अपने घरों के लिए रवाना हुए। डीएम रंजना राजगुरु ने कहा कि मजदूरों की घर वापसी के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। शनिवार को उत्तर प्रदेश के 217 मजूदरों को उनके घरों को भेजा गया है। उनकी थर्मल स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उन्हें नौ बसों के जरिए भेजा जा रहा है। जिसमें लखीमपुर खीरी के 45, बरेली के 32, मरेठ एक, बहराइज 95, मुरादाबाद 24, गजियाबाद तीन, हापुड़ एक, सुल्तानपुर तीन, कुशीनगर तीन बस्ती एक, प्रतापगढ़ एक, लखनऊ तीन और सिद्धार्थ नगर का एक मजदूर शामिल हैं। सभी मजदूरों को सुबह डिग्री कालेज परिसर में बुलाया गया। उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शारीरिक दूरी और मास्क आदि की जानकारी दी गई। इस मौके पर एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार वर्मा, इंसीडेंट कमांडर एके जॉन, नोडल अधिकारी अनिल चौधरी, एआरटीओ निखिल शर्मा, तहसीलदार मैनपाल सिंह आदि मौजूद थे।
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