Citizen amendment act सीएए और एनआरसी के विरोध में नैनीताल में शांतिपूर्ण प्रदर्शन
सीएए और एनआरसी के विरोध में नगरिक मंच के बैनर तले कांग्रेस भाकपा माले मोहर्रम कमेटी अंजुमन इस्लामियां से जुड़े करीब दो सौ लोग मल्लीताल पंत पार्क में जमा हैं और मौन जुलूस निकाला ।
नैनीताल, जेएनएन : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) तथा प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में मुस्लिम समुदाय ने नागरिक एकता मंच के बैनर तले मौन जुलूस निकाला। इस दौरान लोगों ने कानून को रद करने की मांग की। इन संगठनों ने मोदी सरकार पर संविधान को दरकिनार कर समानता के अधिकार का उल्लंघन करने व देश को बांटने की साजिश रचने का आरोप लगाया। साथ ही चेताया कि यदि एनआरसी को लागू किया गया तो देश का संवैधानिक ढांचा नष्ट हो जाएगा।
मंगलवार को मंच के आह्वïान पर कांग्रेस, भाकपा माले, मोहर्रम कमेटी, अंजुमन इस्लामियां, महिला मंच, उत्तराखंड लोक वाहिनी के अलावा वाम समर्थित संगठनों से जुड़े लोग व समर्थक बड़ी संख्या में मल्लीताल पंत पार्क पर जमा हुए। हल्द्वानी व रामनगर से भी लोग पहुंचे थे। हाथों में तिरंगा, एनआरसी व सीएए के विरोध में, शिक्षा व रोजगार को मौलिक अधिकार घोषित करने संबंधी तख्तियां के साथ लोगों ने मौन जुलूस शुरू किया। उलोवा के राजीव लोचन साह ने संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई।
जुलूस माल रोड से होते हुए तल्लीताल गांधी प्रतिमा के समीप समाप्त हुआ। जहां अंजुमन इस्लामियां व अन्य संगठनों की ओर से राष्टï्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम विनोद कुमार को सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि देश में धर्म के आधार पर कानून पहली बार बनाया गया, इससे देश का सांप्रदायिक माहौल खराब हो रहा है। मुस्लिम समुदाय में डर का माहौल बना है। यदि सरकार ने एनआरसी लागू कर दिया तो करोड़ों नागरिकों को दस्तावेजों की कमी की वजह से डिटेंशन शिविरों में भेज दिया जाएगा। राष्ट्रगान के साथ जुलूस का समापन हुआ।
ये रहे मौजूद
पूर्व विधायक सरिता आर्य, वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. रमेश पांडे, जेके शर्मा, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सैय्यद नदीम मून, अंजुमन इस्लामियां के मो. फारूख, मोहर्रम कमेटी के नाजिम बख्श, भाकपा माले के राजा बहुगुणा, कैलाश जोशी, एक्टू के कैलाश पांडे, रईस भाई, कवियित्री जान्हवी प्रसाद, गीता पांडे, मुन्नी तिवारी, रुक्मिणी पांडे, भारती जोशी, राजू टांक, राजेंद्र व्यास, शमशाद हुसैन, शान अख्तर, मो. अयूब, मो. गुलरेज, सभासद गजाला कमाल, मो. इकबाल, मो इस्राइल, लियाकत अली, सुरेश चंद्र समेत करीब पांच सौ लोग शामिल रहे।
जुलूस की नहीं मिली थी अनुमति
नागरिक एकता मंच की ओर से जुलूस की अनुमति नहीं ली गई थी, अलबत्ता प्रशासन को इत्तला जरूर की गई थी। जुलूस में किसी तरह की कानून व शांति व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए एसपी राजीव मोहन, कोतवाल अशोक कुमार सिंह, ज्योलीकोट चौकी प्रभारी चंद्रशेखर कन्याल, एसआइ दीपक बिष्टï, एलआइयू निरीक्षक दीप भट्ट, एफएसओ कैलाश चंद्र समेत बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी मुस्तैद रहे। शांतिपूर्ण जुलूस संपन्न होने पर पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली।
कायम रही सौहार्द की मिसाल
सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस व खुफिया एजेंसियां बेहद सतर्क थी। पुलिस की ओर से जुलूस के नेतृत्व करने वालों को सख्त हिदायत दी गई थी। भड़काऊ व आपत्तिजनक नारेबाजी व बयान बर्दाश्त नहीं होंगे। शहर में हमेशा से ही सौहार्द कायम रहा। आयोजकों ने न केवल शांति व्यवस्था बनाई बल्कि जाम लगने की आशंका पर खुद भीड़ को हटाने में पुलिस की मदद की।
कल समर्थन में निकलेगा जुलूस
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में 26 दिसंबर को विभिन्न संगठनों द्वारा जुलूस निकाला जाएगा। इसकी तैयारियां मंगलवार से ही शुरू हो गई हैं। विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, भाजपा व आरएसएस के अनुषांगिक संगठन के कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे। पूर्व छात्रसंघ सचिव गोविंद बिष्ट, रुचिर साह समेत अन्य जागरूक लोगों ने लोगों से इस जुलूस में शामिल होने की अपील की है।
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